इंग्लैंड दौरे पर शुभमन गिल की अगुआई में भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया। 5 मैचों की टेस्ट सीरीज 2-2 से बराबर रही। दौरे पर कई भारतीय खिलाड़ियों ने प्रभावित किया, लेकिन कुछ खिलाड़ियों को मौका नहीं मिला। इनमें अभिमन्यु ईश्वरन शामिल हैं।
29 वर्षीय बल्लेबाज को इंडिया ए के दो मैचों में प्रभावशाली प्रदर्शन के बावजूद प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली। खिलाड़ियों के चोटिल होने और टीम संयोजन में लगातार बदलाव के बाद भी मौका नहीं मिला। ईश्वरन को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी मौका नहीं मिला था।
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अभिमन्यु हार मानने को तैयार नहीं
विक्की लालवानी से यूट्यूब पर बात करते हुए अभिमन्यु के पिता रंगनाथन परमेश्वरन ईश्वरन ने मौका न मिलने से अपने बेटे की हताशा का खुलासा किया। यह भी बताया कि अभिमन्यु हार मानने को तैयार नहीं हैं। भारतीय टीम के कोच गौतम गंभीर ने उन्हें मौका देने का वादा किया। गंभीर ने बंगाल के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने वाले इस खिलाड़ी को लंबा मौका देने का वादा किया।
मैं 23 साल से अपना सपना जी रहा हूं
रंगनाथन ने अभिमन्यु को मौका न मिलने पर कहा, “वह इसलिए नाराज था क्योंकि वह चुना नहीं गया था। जब मैंने उसे फोन किया तो उसने कहा, ‘पापा, मुझे अभी भी जगह नहीं मिली है। वह दलीप ट्रॉफी की तैयारी के लिए बेंगलुरु जाएगा, वहां 10-12 दिन बिताएगा, कुछ समय के लिए देहरादून वापस आएगा, फिर वापस जाएगा। वह परेशान जरूर था, लेकिन उसने कहा, ‘मैं 23 साल से अपना सपना जी रहा हूं और एक-दो मैचों के लिए न चुने जाने से वह सपना नहीं टूटेगा।”
मैं तुम्हें एक-दो मैच के बाद बाहर करने वाला नहीं हूं
रंगनाथन ने अपने बेटे और मुख्य कोच गौतम गंभीर के बीच हुई बातचीत का भी जक्र किया, जिसने इस बल्लेबाज का मनोबल ऊंचा रखा है। रंगनाथन ने कहा, “गंभीर ने उससे कहा,’तुम सही काम कर रहे हो। तुम्हें अपनी बारी और लंबा मौका मिलेगा। मैं तुम्हें एक-दो मैच के बाद बाहर करने वाला नहीं हूं।’ पूरी कोचिंग टीम ने उसे भरोसा दिलाया कि उसे उसका हक मिलेगा।”