इंग्लैंड के खिलाफ रांची टेस्ट मैच के दौरान ध्रुव जुरैल की बल्लेबाजी और उनकी विकेटकीपिंग को लेकर टीम इंडिया के पूर्व ओपनर बल्लेबाज ध्रुव जुरैल ने कहा था कि भारत का अगला एमएस धोनी तैयार हो रहा है। अब सुनील गावस्कर ने अपने इस बयान से यूटर्न ले लिया है और उन्होंने साफ किया है कि आखिर उनकी बात का मतलब क्या था।
दूसरा एमएस धोनी नहीं बन सकता
सुनील गावस्कर ने स्पोर्ट्स तक पर बोलते हुए गावस्कर ने अपने पहले वाले बयान पर स्पष्टीकरण दिया और कहा कि जिस तरह से जुरैल ने मैच की स्थिति को संभालने की कोशिश की और जिस तरह का अप्रोच दिखाया था उससे उन्होंने एमएस धोनी की याद दिला दी। गावस्कर के मुताबिक भारत में कोई दूसरा एमएस धोनी नहीं बन सकता, लेकिन अगर जुरैल पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी ने अपने करियर में जो कुछ किया उसका अगर एक छोटा सा हिस्सा भी कर सके तो यह भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत अच्छा होगा।
गावस्कर ने कहा कि ध्रुव जुरैल जिस तरह से खेल के बारे में सोचते हैं और जिस तरह से स्थिति का आकलन करते हैं, फिर उसके अनुसार बल्लेबाजी करते हैं ऐसे में मुझे एमएस धोनी जैसा महसूस कराते हैं। वह बीच-बीच में छ्क्का लगाते थे (रांची टेस्ट के दौरान) और फिर स्ट्राइक रोटेट करने के लिए एक और दो रन की तलाश करते थे, यहां तक की कीपिंग में भी जिस तरह से उन्होंने दिशाहीन थ्रो को इकट्ठा किया और बेन डकेट को आउट किया और फिर जेम्स एंडरसन का शानदार कैच पकड़ा जो रिवर्स स्वीप के लिए गए थे वह कमाल का था।
गावस्कर ने कहा कि जब एमएस धोनी, ध्रुव जुरैल की उम्र के थे तो उन्होंने भी इस तरह की स्थिति का एहसास था और इसलिए मैंने कहा था कि जुरैल भी धोनी की तरह हैं, लेकिन कोई एमएस धोनी नहीं बन सकता है। एमएस धोनी सिर्फ एक ही हैं, लेकिन ध्रुव जुरैल ऐसा कर सकते हैं। धोनी ने भारतीय क्रिकेट के लिए जो कुछ किया, उसका कुछ हिस्सा भी जुरैल कर सके तो यह भारतीय क्रिकेट के लिए काफी अच्छा होगा। आपको बता दें कि रांची टेस्ट की पहली पारी में जुरैल ने 90 रन बनाए थे जबकि दूसरी पारी में उन्होंने नाबाद 46 रन की पारी खेली थी और भारत की जीत में बड़ी भूमिका निभाई थी। जुरैल को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था।