India vs England: भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के बीच टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने भारतीय टीम की चयन प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि चौथे टेस्ट मैच के लिए जिस प्लेइंग इलेवन का चयन किया गया शायद उसमें पूरी तरह से कप्तान शुभमन गिल का हाथ नहीं था और हो सकता है इसमें मुख्य कोच गौतम गंभीर समेत अन्य लोगों का भी प्रभाव रहा हो।

गावस्कर ने चौथे टेस्ट मैच की प्लेइंग इलेवन में कुलदीप यादव को शामिल नहीं किए जाने की जमकर आलोचना की और उनका मानना है कि गिल ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर के चयन से पूरी तरह से संतुष्ट नहीं थे। यह बात सब साफ हो गई जब गिल ने पहली पारी में इंग्लैंड के खिलाफ शार्दुल ठाकुर से सिर्फ 11 ओवर गेंदबाजी करवाई जिसमें उन्होंने 5 की इकॉनामी रेट के साथ 55 रन दिए और कोई भी विकेट नहीं लिया।

कोच की टीम को मैदान पर नहीं उतरना चाहिए

गावस्कर ने कहा कि गिल शायद कुलदीप को बाएं हाथ के स्पिनर के रूप में टीम में शामिल करने के पक्ष में थे, लेकिन अंतिम एकादश पर अंतिम फैसला पूरी तरह से उनका अपना नहीं था। गावस्कर ने सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क पर कहा कि आखिरकार वो टीम के कप्तान हैं और आप ये नहीं कह सकते कि वो किसी को नहीं चाहते थे। जैसे शार्दुल ठाकुर या कुलदीब यादव के मामले में वो शायद शार्दुल की जगह प्लेइंग इलेवन में कुलदीप यादव को चाहते थे।

गावस्कर ने आगे कहा कि कुलदीप यादव को टीम में रखना चाहिए था। गिल कप्तान हैं और क्या ये उनका फैसला था। मुझे पता है कि ये बातें शायद सामने ना आएं, लेकिन सच तो ये है कि कप्तान ही जिम्मेदार है और वही कप्तानी करने वाले हैं। गावस्कर ने आगे कहा कि यह कभी भी कोच की टीम नहीं होनी चाहिए। किसी को भी कप्तानी पद इसलिए दी जाती है क्योंकि आपको उनमें कुछ दिखता है और ये सामान्य सी बात है। अगर आप लीडर हैं तो आप नेतृत्व करते हैं और यही आपका काम है। आप गांगुली के बारे में सोचिए और जिस तरह से उन्होंने भारतीय क्रिकेट को बदला।