अगर इंग्लैंड को जरूरत पड़ती है तो चोटिल ऑलराउंडर क्रिस वोक्स ओवल में तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी के निर्णायक मैच के आखिरी दिन बल्लेबाजी के लिए उपलब्ध रहेंगे। क्रिस वोक्स को पहले दिन कंधे में चोट लग गई थी। तब से वह मैदान पर नहीं उतरे हैं, लेकिन अगर इंग्लैंड को बाकी बचे 35 रन का पीछा करते हुए सीरीज जीतने के लिए उनकी जरूरत पड़ी तो वह 11वें नंबर पर खेलने के लिए तैयार हैं। इंग्लैंड के अब भी चार विकेट गिरना बाकी हैं।

क्रिस वोक्स ने कुछ थ्रोडाउन किए

रविवार (3 अगस्त) को चौथे दिन का खेल खत्म होने के बाद इंग्लैंड के वरिष्ठ खिलाड़ी जो रूट ने कहा, ‘वह हम सभी की तरह पूरी तरह से मैदान में हैं। यह उस तरह की सीरीज रही है, जहां खिलाड़ियों को अपनी जान जोखिम में डालनी पड़ी है। उम्मीद है कि यह उस हद तक नहीं पहुंचेगी। हालांकि, उन्होंने (क्रिस वोक्स) यहां (इनडोर नेट्स) कुछ थ्रोडाउन किए। जरूरत पड़ने पर वह तैयार हैं… वह हरसंभव कोशिश करने के लिए बेताब हैं।’

मैल्कम मार्शल वाला कारनामा दोहराएंगे?

अभी यह स्पष्ट नहीं है कि क्रिस वोक्स की पारी किस रूप में होगी। ट्रेंट ब्रिज में एक हाथ से बल्लेबाजी करते हुए मैल्कम मार्शल की तस्वीर दिमाग में आती है, जो एक साथी खिलाड़ी को शतक पूरा करने में मदद करने का एक इशारा था। जो रूट के पास विस्तृत जानकारी नहीं थी, लेकिन उन्होंने पुष्टि की कि क्रिस वोक्स अब भी काफी असहज महसूस कर रहे हैं।

सीरीज में चोटें खा रहे हैं खिलाड़ी: जो रूट

जो रूट ने कहा, ‘मुझे यकीन नहीं है, मैंने उन्हें अब तक अभ्यास करते नहीं देखा है। अगर वह सुबह कुछ थ्रोडाउन करते हैं तो आपको बेहतर जानकारी मिल सकती है। स्पष्ट रूप से, उन्होंने जो किया है, उसके कारण उन्हें बहुत दर्द हो रहा है। यह दिखाता है, जैसा कि हमने इस श्रृंखला में अन्य खिलाड़ियों को देखा (ऋषभ पंत ने टूटे पैर के साथ बल्लेबाजी की) है। खिलाड़ी इधर-उधर तरह-तरह की चोटें खा रहे हैं, लेकिन यह (मुकाबला) उनके लिए बहुत मायने रखता है।’

जो रूट ने कहा, ‘यह उनके चरित्र और व्यक्तित्व को दर्शाता है कि वह इंग्लैंड के लिए इस तरह अपना शरीर दांव पर लगाने को तैयार हैं। उम्मीद है, उम्मीद है कि उन्हें ऐसा करने की जरूरत नहीं पड़ेगी, लेकिन अगर ऐसा होता है तो वह हमें जीत दिलाएं और एक अविश्वसनीय श्रृंखला जिताएं।’

तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी के 5वें टेस्ट मैच की बात करें तो भारत को 22 गेंद में दूसरी नई गेंद मिलनी है, जबकि इंग्लैंड जीत की ओर अग्रसर है। दिन का खेल शुरू होने से पहले पिच को समतल करने के लिए रोलर के रूप में उसे एक और मददगार मिलेगा।

जीवनदान का लाभ उठा ब्रूक ने ठोका सैकड़ा

इंग्लैंड इसलिए जीत के इतना करीब पहुंचा क्योंकि जो रूट और हैरी ब्रूक के बीच 195 रनों की शानदार साझेदारी हुई और दोनों ने शतक लनाए। हैरी ब्रूक जब 19 रन पर थे तब उनका कैच छूट गया था। हैरी ब्रूक ने जीवनदान का भरपूर लाभ उठाया और 98 गेंद में 111 रन की पारी खेली। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान जो रूट ने इसे सुखद अनुभव करार दिया।

जो रूट ने हैरी ब्रूक की तारीफ की

जो रूट ने कहा, ‘मुझे लगता है कि बल्लेबाजी के बारे में सबसे महत्वपूर्ण बातों में से एक है साझेदारी बनाना और एक-दूसरे पर आप दोनों के प्रभाव को समझना और एक साथ अच्छी तरह से तालमेल बिठाना। हम दोनों के मैच काफी विपरीत रहे हैं, लेकिन मुझे लगता है कि यह हमारे पक्ष में बहुत अच्छा काम करता है। वह स्पष्ट रूप से मुझसे थोड़ा अधिक ठाठ से खेलता है। उसके पास शॉट्स की एक अद्भुत सीरीज है। वह विपक्षी टीम पर दबाव डालता है, सही समय पर सोच-समझकर जोखिम लेता है और खेल को पूरी तरह से अपने पक्ष में मोड़ देता है, जैसा कि उसने किया।’ ‘काश आप थोड़े समझदार होते, यह शर्मनाक है’, चौथे दिन जल्दी खेल खत्म करने के लिए अंग्रेज दिग्गज ने मैच अफसरों को लगाई फटकार