भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला 7 मार्च से धर्मशाला में होगा। टीम इंडिया ने इस टेस्ट सीरीज में 3-1 की अपराजेय बढ़त बना रखी है और सीरीज में कब्जे में कर लिया है, लेकिन इस टेस्ट को जीतने के बाद भारतीय टीम की वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की अंकतालिका में स्थिति और मजबूत होगी और उसका फाइनल में पहुंचने की संभावना और प्रबल हो जाएगी। इसे देखते हुए रोहित शर्मा आखिरी टेस्ट को बिल्कुल भी हल्के में लेने के मूड में नहीं होंगे और अपनी बेस्ट प्लेइंग इलेवन का साथ मैदान पर उतरना चाहेंगे। पांचवें टेस्ट के लिए बुमराह की टीम में वापसी हो चुकी है और इस स्थिति में भारतीय प्लेइंग इलेवन से किसी एक खिलाड़ी का बाहर होना तय है।

कुलदीप या आकाश दीप में से एक का बाहर होना तय

धर्मशाला में पिच कैसी होगी और यह सवाल दोनों टीमों को परेशान कर रही होगी। टीम का संयोजन भी धर्मशाला की पिच को देखकर ही किया जाएगा और टीम में कितने स्पिनर हों या फिर कितने तेज गेंदबाज इस पर मंथन जरूर हो रहा होगा। इस टेस्ट सीरीज में अब तक स्पिन का दबदबा देखने को मिला है और दोनों टीमों ने अपनी-अपनी प्लेइंग इलेवन में 3-4 स्पिनरों को चुनने का विकल्प चुना है। वैसे धर्मशाला की पिच बिल्कुल अलग है और यहां पर मौसम ठंडा होगा साथ ही सीमर्स को मदद मिलने की उम्मीद है। इस परिस्थिति में भारतीय टीम मैनेजमेंट को बुमराह की वापसी के बाद कुलदीप यादव या फिर आकाश दीप में से किसी एक को प्लेइंग इलेवन में रखने पर फैसला लेना होगा।

बुमराह की वापसी के बाद आदर्श स्थिति तो यही है कि आकाश दीप को बाहर किया जाए और वह प्लेइंग इलेवन में आ जाएं, लेकिन धर्मशाला की कंडीशन भारतीय टीम को रणनीति में बदलाव करने के लिए मजबूर कर सकती है। रणजी की बात करें तो धर्मशाला में अब तक 4 मैच खेले गए हैं जिसमें तेज गेंदबाजों ने 160 में से 120 विकेट लिए हैं। अब माना जा रहा है कि 7 से 11 मार्च के दौरान सीमिंग की स्थिति बनी रह सकती है और ऐसे में भारत कम से कम तीन सीमर्स के साथ जाना चाहेगा। अगर टीम इंडिया तीन तेज गेंदबाजों को साथ मैदान पर उतरती है तो फिर एक स्पिनर को बाहर जाना होगा और वह कुलदीप हो सकते हैं क्योंकि रविंद्र जडेजा और आर अश्विन कमाल की फॉर्म में हैं और दोनों गेंदबाजी के साथ-साथ बल्लेबाजी भी कर सकते हैं। वहीं अगर पिच ड्राई रहती है तो भारत दो तेज गेंदबाज और तीन स्पिनर के साथ मैदान पर उतर सकता है।