बीसीसीआई ने हाल ही में भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज इशान किशन और श्रेयस अय्यर को अपने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर दिया। बोर्ड ने इस चौंकाने वाले फैसले के पीछे की असली वजह तो नहीं बताई, लेकिन इस फैसले के बाद तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। ईएसपीएनक्रिकइन्फो की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बोर्ड ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए इशान किशन को खेलने का ऑफर दिया था, लेकिन भारतीय विकेटकीपर ने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था।
बोर्ड और इशान में ठनी?
रिपोर्ट में कहा गया है कि बोर्ड ने जब इशान से टेस्ट सीरीज खेलने के लिए संपर्क किया तो उन्होंने निजी कारण का हवाला देते हुए बोर्ड के प्रस्ताव को खारिज कर दिया। इशान के इस फैसले के बाद बीसीसीआई ने एक तरह से उन्हें सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर ‘बदला’ ले लिया। बता दें कि इशान किशन पिछले 3-4 महीने से राष्ट्रीय टीम से बाहर चल रहे हैं। इस दौरान किशन घरेलू क्रिकेट से भी दूर हैं। इसको लेकर बोर्ड ने नाराजगी भी जताई थी।
इशान ने बोर्ड के फरमान को भी किया इग्नोर!
बीसीसीआई ने कुछ समय पहले यह फरमान भी जारी किया था कि जो भी क्रिकेटर अभी राष्ट्रीय टीम का हिस्सा नहीं हैं या इंजरी के चलते बाहर चल रहे हैं वह अपनी-अपनी राज्य टीम के साथ जुड़ें, क्योंकि राष्ट्रीय टीम में वापसी का रास्ता वहीं से खुलेगा। बोर्ड के इस फरमान के बाद भी इशान किशन और हार्दिक पंड्या जैसे प्लेयर्स ने रणजी ट्रॉफी से दूरी बनाई हुई है। हालांकि श्रेयस अय्यर रणजी ट्रॉफी में अपनी टीम मुंबई के साथ जुड़ गए हैं।
रोहित और द्रविड़ ने भी दिए थे संकेत
बोर्ड के इस फरमान के बाद रोहित शर्मा और टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ ने भी इशान को घरेलू क्रिकेट खेलने के संकेत दिए थे। हाल ही में द्रविड़ ने कहा था कि किशन अगर दोबारा टीम में जगह बनाना चाहते हैं तो उन्हें किसी ना किसी तरीके का क्रिकेट खेलना होगा। इसके बावजूद उन्होंने बातों को नजरंदाज करते हुए रणजी ट्रॉफी में अपनी झारखंड की टीम को जॉइन नहीं किया था। वहीं रोहित शर्मा ने कहा था कि टेस्ट फॉर्मेट उन्हीं के लिए हैं जिन खिलाड़ियों में खेलने की भूख होती है।