भारत-इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के तीसरे टेस्ट में राजकोट में सरफराज खान और ध्रुव जुरेल ने इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया। इससे पहले विशाखापत्तनम में रजत पाटीदार ने डेब्यू किया था। बीते एक साल में टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम की यही कहानी रही है। हर टेस्ट सीरीज में एक-दो खिलाड़ी डेब्य कर देते हैं। पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज से इस साल इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज तक 9 खिलाड़ियों ने डेब्यू कर दिया है। आखिर भारतीय टीम में इतने बदलाव क्यों हो रहे हैं? क्यों इतने खिलाड़ियों ने डेब्यू किया है।

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ट्रांजिशन फेज में टीम इंडिया

भारतीय टीम ट्रांजिशन के फेज में है। चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे और उमेश यादव जैसे खिलाड़ियों की विकल्प की तलाश है। इन खिलाड़ियों की जगह भरना आसान नहीं है। रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन भी उम्र की उस पड़ाव पर पहुंच गए हैं, जहां से वह ज्यादा क्रिकेट नहीं खेल सकते। विराट कोहली और रविंद्र जडेजा के बारे में भी यह बात कही जा सकती है।

चोट और गैरमौजूदगी

ट्रांजिशन के साथ-साथ खिलाड़ियों की चोट और गैरमौजूदगी भी बदलाव के कारण हैं। सड़क दुर्घटना के बाद से ऋषभ पंत मैदान से दूर है। इसके बाद से भारतीय टीम 4 विकेटकीपर आजमा चुकी है। केएस भरत, इशान किशन और ध्रुव जुरेल के अलावा केएल राहुल भी विकेटकीपिंग कर चुके हैं। राहुल चोट से परेशान हैं। वहीं इशान उपलब्ध नहीं हैं। वह विवादों में हैं। राहुल चोटिल न होते और विराट कोहली उपलब्ध होते तो शायद ही रजत पाटीदार और सरफराज खान का डेब्यू होता। ऐसे ही पिछले साल श्रेयस अय्यर के चोटिल होने के कारण सूर्यकुमार यादव को डेब्यू का मौका मिला। अगर मोहम्मद शमी फिट रहे होते तो साउथ अफ्रीका में प्रसिद्ध कृष्णा शायद ही डेब्यू करते।

खराब फॉर्म भी है वजह

भारतीय टीम में बदलाव का कारण खराब फॉर्म भी है। श्रेयस अय्यर और केएस भरत के मामले में यह कहा जा सकता है। शुभमन गिल भी बाहर होने से बाल-बाल बचे हैं। श्रेयस को रहाणे की जगह और गिल को पुजारा की जगह प्लेइंग 11 में जगह मिली। दोनों बल्लेबाज बुरी तरह फेल रहे। गिल ने पिछले मैच में शतक जड़ा तो उनकी जगह बच गई। ओपनिंग से नंबर-3 पर आने के बाद वह रन के लिए लगातार जूझते रहे। श्रेयस अय्यर ने टेस्ट करियर की शानदार शुरुआत की, लेकिन साउथ अफ्रीका दौरे पर फेल रहे। इसके इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में भी यही हाल रहा। केएस भरत भी बल्लेबाजी के कारण प्लेइंग 11 से बाहर हुए।

पिछले एक साल में टेस्ट में भारत के लिए डेब्यू करने वाले खिलाड़ी

केएस भरत, सूर्यकुमार यादव, इशान किशन, यशस्वी जायसवाल, मुकेश कुमार, प्रसिद्ध कृष्णा, रजत पाटीदार, सरफराज खान और ध्रुव जुरेल।