Hardik Pandya On His Short Balls: भारतीय ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या का मानना है कि जब वह गेंदबाजी करते हैं तो बल्लेबाज का ईगो हर्ट होता है। इंग्लैंड के खिलाफ तीसरा वनडे मैच जीतने के बाद हार्दिक पंड्या ने यह बात कही। मैच के बाद सोनी चैनल पर आशीष नेहरा ने उनसे यह भी पूछा कि आखिर उन्हें ऐसा क्यों लगता है, तब उन्होंने कारण भी बताया। हार्दिक ने यह भी बताया कि क्रिकेट में कौन सी चीज उनके दिल के सबसे करीब है।
इससे पहले प्लेयर ऑफ द मैच पुरस्कार ग्रहण करने के बाद हार्दिक ने स्वीकारा था कि अंततः एक गेंदबाज के रूप में उन्होंने लय हासिल कर ली है।बातचीत के दौरान मोहम्मद कैफ (Mohammad Kaif) ने हार्दिक से पूछा, ‘आप जब गेंदबाजी करने आए तो शॉर्ट बॉल पर शॉर्ट बॉल डाली? खासकर लिविंगस्टोन के खिलाफ तो बहुत शॉर्ट बॉल डाली। उन्हें आउट भी किया। इस प्लान के बारे में बताइए।’
इस पर हार्दिक पंड्या ने कहा, ‘शॉर्ट बॉल तो मेरे दिल के बहुत करीब है। आशूपा (आशीष नेहरा) को पता है। मेरा मानना है कि अभी वनडे क्रिकेट में यदि आपको मिडिल ओवर्स में विकेट लेने हैं तो बहुत आगे पुश करके विकेट लेना बहुत मुश्किल हो गया है। तब फिर एक ही तरीका है कि आप बैट्समैन को रिस्क लेने के लिए उकसाएं। यदि बैट्समैन रिस्क लेगा तब उसको शॉर्ट बॉल खिलाएं। इससे आपके विकेट मिलने के मौके बनेंगे।’
हार्दिक ने आगे कहा, ‘वैसे भी जब मैं बॉलिंग डालता हूं तो बैट्समैन का थोड़ा ईगो भी हर्ट होता है।’ हार्दिक के यह कहने पर आशीष नेहरा (Ashish Nehra) ने उनसे पूछा, ‘आपको ऐसा क्यों लगता है?’ हार्दिक ने कहा, ‘नहीं बॉल सिर पर जब लगती है या सिर पर आने वाली होती है और जब मैं हंसता हूं। या वह रन नहीं ले पाते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘मैं 150 किमी की रफ्तार से गेंदबाजी तो करता नहीं हूं। मैं जिस स्पीड से डालता हूं उसमें अगर मैं उनको बाउंसर पर बाउंसर पर डाले जा रहा हूं तो मुझे हमेशा लगता है कि उनका ईगो हर्ट होता है।’ हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) ने कहा, मुझे हमेशा लगता है कि क्योंकि पूरी सीरीज में बैट्समैन ने दूसरे लीडिंग बॉलर्स को नहीं छेड़ा, लेकिन जब मैं गेंदबाजी के लिए आया तो उन्होंने मुझे टारगेट किया।’
हार्दिक ने कहा, ‘मैं सोचता हूं कि वे मुझे इसलिए टारगेट करने की कोशिश करते हैं क्योंकि मैं टीम में नंबर वन गेंदबाज नहीं हूं। मैं तीसरे या चौथे बदलाव के रूप में आता हूं। तो सामान्यतया जो भी गेंदबाज 3-4 बदलाव के रूप में आते हैं, बैट्समैन उन्हें टारगेट करते हैं। हालांकि, इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। 60 रन खा लूंगा, लेकिन अगर 3-4 विकेट मिल गए तो गेम हम ही जीतेंगे।’