भारतीय महिला टीम का अंडर19 वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन किया है। ग्रुप राउंड में अजेय रहने के बाद भारत ने सेमीफाइनल में इंग्लैंड के बल्लेबाजों को भी घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। भारतीय गेंदबाजों का कहर ऐसा टूटा कि इंग्लैंड की टीम 20 ओवर में केवल 113 रन ही बना सके। भारतीय टीम को फाइनल का टिकट कटाने के लिए 114 रन की जरूरत थी। स्पिनरों के उम्दा प्रदर्शन के बाद जी कमालिनी के अर्धशतक से गत चैंपियन भारत ने इंग्लैंड को नौ विकेट से हराकर आईसीसी महिला अंडर-19 टी20 विश्व कप के फाइनल में जगह बनाई।

भारत रविवार को फाइनल में दक्षिण अफ्रीका से भिड़ेगा। दक्षिण अफ्रीका ने पहले सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराकर पहली बार आईसीसी महिला अंडर-19 टी20 विश्व कप के फाइनल के लिए क्वालीफाई किया।

इंग्लैंड पहले बल्लेबाजी करने उतरा

इंग्लैंड की कप्तान एबी नोरग्रोव ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। टीम ने 20 ओवर खेले और 8 विकेट खोकर 113 रन बनाए। इससे पहले इंग्लैंड की बल्लेबाजों ने लगातार स्वीप और पैडल शॉट खेलकर अपने विकेट गंवाए। ऐसे शॉट खेलने के प्रयास में बोल्ड होने वाली छह में से पांच बल्लेबाज शामिल थीं। इंग्लैंड ने चौथे ओवर तक बिना विकेट खोए 37 रन बनाकर अच्छी शुरुआत की थी लेकिन इसके बाद नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए। केवल दी हो बल्लेबाज कैच आउट हुए।

पारुनिका ने 3 बल्लेबाजों को किया बोल्ड

भारत की ओर से पारुनिका सिसोदिया ने तीन विकेट लिए। उन्होंने जेमिमा स्पेंस, ट्रूडी जॉनसन और कैटी जोन्स को बोल्ड किया। वहीं आयूषी शुक्ला ने इंग्लैंड की ओर से सबसे ज्यादा 45 रन बनाने वाली डेविना पैरिन को बोल्ड किया। कप्तान एबी नोग्राव भी 30 रन बनाकर उनकी ही गेंद पर बोल्ड हुईं।

वैष्णवी शर्मा ने एक ही ओवर में लिए 3 विकेट

वैष्णवी शर्मा ने इस मैच के 16वें ओवर में 3 रन देकर तीन विकेट लिए। उन्होंने ओवर की तीसरी गेंद पर शैरलट स्टब्स को बोल्ड किया। उन्होंने 12 गेंदों में चार रन बनाए। इसके बाद पांचवीं गेंद पर प्रिशा थानवाला मिथिला विनोद को कैच दे बैठीं। प्रिशा ने केवल दो ही रन बनाए थे। ओवर की आखिरी गेंद पर शैरलट लैंबर्ट वैष्णवी को ही कैच दे बैठी।