भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले दो मुकाबले में विकेटकीपर केएस भरत अपने खेल से प्रभावित करने में नाकाम रहे। इसका नतीजा यह रहा कि उनकी जगह तीसरे टेस्ट मैच में 23 साल के युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज ध्रुव जुरैल को मौका दिया गया। ध्रुव ने इस मौके का बखूबी फायदा उठाया और अब आलम यह है कि वह केएस भरत के लिए बड़ा खतरा बन गए हैं। ध्रुव के इस प्रदर्शन के बाद ऐसा लग नहीं रहा है कि केएस भरत की अब जल्दी वापसी हो सकती है।
ध्रुव जुरैल ने एक बड़ा धमाका रांची टेस्ट मैच की पहली पारी में 90 रन बनाकर कर दिया और संघर्ष कर रही टीम इंडिया के स्कोर को 300 के पार पहुंचाने का काम किया। ध्रुव की इस पारी के बाद सोशल मीडिया पर उन्हें और केएस भरत को लेकर तरह-तरह के रिएक्शन सामने आ रहे हैं। एक फैंस ने इशारों-इशारों में यहां तक कह दिया कि ध्रुव ने केएस भरत के इंटरनेशनल क्रिकेट करियर के ताबूत में आखिरी कील ठोक दी है।
ध्रुव जुरैल ने किया है प्रभावशाली प्रदर्शन
ध्रुव जुरैल को इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट में मौका दिया गया और उन्होंने अपनी विकेटकीपिंग से तो प्रभावित किया ही था साथ ही साथ उन्होंने बल्लेबाजी भी अच्छी की थी और 46 रन बनाए थे। इसके बाद रांची टेस्ट की पहली पारी में वह अपने पहले टेस्ट शतक से सिर्फ 10 रन से चूक गए और 90 रन की पारी खेली। ध्रुव की यह पारी भारत के लिए बेहद अहम रही और बल्लेबाजी के लिए मुश्किल पिच पर इसे कमाल की पारी कहा जा सकता है।
ध्रुव जुरैल के इस खेल के बाद सोशल मीडिया पर तरह-तरह के रिएक्शन सामने आ रहे हैं। एक क्रिकेट फैन ने यहां तक लिखा कि ध्रुव ने केएस भरत के इंटरनेशनल क्रिकेट करियर के ताबूत में आखिरी कील ठोक दी है।
एक क्रिकेट फैन ने लिखा कि इतने रन केएस भरत 4-5 इनिंग में बनाते तो एक ने लिखा कि ध्रुव जुरैल परिपक्व अंदाज में बल्लेबाजी कर रहे हैं और उनकी विकेटकीपिंग भी शानदार रही है। हैरानी की बात यह है कि ऐसे खिलाड़ी के रहते पहले केएस भरत को क्यों आजमाया गया।