भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज का रोमांच बढ़ चुका है। हर गेंद , हर शॉट और हर विकेट के बाद दोनों टीमों का अग्रेशन साफ नजर आया है। इस सीरीज में शुरू हुई ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क और भारतीय बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल के बीच शुरू हुई लड़ाई मेलबर्न टेस्ट में भी है जारी है। यशस्वी जयसवाल ने मिचेल स्टार्क के टोटके को तोड़ा तो तेज गेंदबाज ने उन्हें ताना। इस ताने का उन्हें माकूल जवाब भी मिला।
भारत की दूसरी पारी का 33वां मिचेल स्टार्क डालने आए। स्टार्क यशस्वी जायसवाल और ऋषभ पंत की साझेदारी से परेशान नजर आ रहे थे। ऐसे में उन्होंने बेल्स बदलने का टोटका आजमाना चाहा। वह जब गेंदबाजी करने जा रहे थे तो उन्होंने नॉन स्ट्राइकर एंड के स्टंप्स की बेल्स बदल दी। जायसवाल ने जैसे ही यह देखा फिर से बेल्स बदल दी। मिचेल स्टार्क यह देखकर हंसने लगे।
उन्होंने कुछ देर पर यशस्वी जायसवाल को छेड़ते हुए सवाल किया, ‘क्या तुम टोटकों पर भरोसा करते हो?’ वह यह कहते हुए हसंने लगे। जायसवाल को यह बर्दाश्त नहीं हुआ। उन्होंने स्टार्क को जवाब देते हुए कहा, ‘मैं खुद पर भरोसा करता हूं। उसी कारण यहां हूं।’
पर्थ में भी ऑस्ट्रेलिया को मिला फायदा
यह घटना पर्थ में शुरुआती टेस्ट में इसी तरह के विवाद के बाद हुई है, जहां सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल के आउट होने पर बहस छिड़ गई थी। ऑस्ट्रेलिया की अपील के बाद मैदानी अंपायर रिचर्ड केटलबोरो ने राहुल के पक्ष में फैसला सुनाया था, घरेलू टीम ने फैसले को चुनौती देने के लिए डीआरएस का इस्तेमाल किया।
थर्ड अंपायर रिचर्ड इलिंगवर्थ ने ‘स्प्लिट-स्क्रीन व्यू’ का लाभ नहीं मिलने के बावजूद मैदान अंपायर के फैसले को पलट दिया था। ‘स्प्लिट-स्क्रीन व्यू’ से उन्हें यह स्पष्ट तस्वीर मिल जाती कि क्या मिचेल स्टार्क की गेंद ने वास्तव में बल्ले को छुआ था या स्निको की आवाज गेंद के पैड के टकराने से आयी थी। इस मुद्दे पर 350 मैचों में अंपायरिंग कर चुके साइमन टफल ने क्या कहा यहां जानें।