ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टीम का फोकस वनडे के बाद टी20 सीरीज पर है। कैनबरा में भारतीय टीम ने 5 मैचों की टी20 सीरीज की तैयारी शुरू कर दी है। टी20 वर्ल्ड कप 2026 के मद्देनजर सीरीज काफी महत्वपूर्ण है। ऐसे में इस दौरान कप्तान सूर्यकुमार यादव पर भारी दबाव होगा। कप्तान बनने के बाद से उनका बल्ला खामोश है और आलोचकों के निशाने पर हैं। उनकी खराब बल्लेबाजी को लेकर बातें भी हो रही हैं।
टी20 वर्ल्ड कप 2024 में भारत के चैंपियन बनने के बाद रोहित शर्मा ने संन्यास ले लिया था। इसके बाद सूर्यकुमार यादव को भारत की टी20 टीम का कप्तान बनाया गया। 35 साल के इस खिलाड़ी ने श्रीलंका दौरे पर पहली बार स्थाई कप्तान के तौर पर जिम्मेदारी संभाली थी। इसके बाद से वह 20 पारियों में 11 बार दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर पाए हैं। 20 पारियों में दो अर्धशतक की मदद से 330 रन बनाए हैं। 18.33 का औसत और स्ट्राइक रेट 142.85 का है। वह तीन बार बगैर खाता खोले आउट हुए हैं।
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11 पारियों में 100 रन
एशिया कप 2025 में भी सूर्यकुमार यादव का बल्ला नहीं चला। उन्होंने 7 पारियों में 72 रन बनाए। इस साल 11 पारियों में सूर्यकुमार ने 105.26 के स्ट्राइक रेट से सिर्फ 100 रन बनाए हैं। उन्हें अर्धशतक जड़े हुए एक साल से ज्यादा का समय हो गया है। सूर्या ने 12 अक्टूबर 2024 को बांग्लादेश के खिलाफ 75 रन की पारी खेली थी।
क्या कप्तानी का दबाव बल्लेबाजी पर दिख रहा?
क्या सूर्यकुमार यादव की बल्लेबाजी पर कप्तान बनने से असर पड़ा है? क्या वह कप्तान दबाव बल्लेबाजी पर दिख रहा है? ये सवाल उठने लाजमी हैं क्योंकि इंडियन प्रीमियर लीग 2025 (IPL 2025) में मुंबई इंडियंस के लिए उन्होंने 16 पारियों में 167.90 के स्ट्राइक रेट से 717 रन ठोके थे। आईपीएल 2025 से पहले भी वह इंटरनेशनल क्रिकेट में जूझ रहे थे और उसके बाद भी हालात ऐसे ही हैं।
सूर्यकुमार यादव के बचाव में उतरे गंभीर
भारत के कोच गौतम गंभीर से जियो हॉटस्टार पर बातचीत के दौरान सूर्यकुमार यादव के फॉर्म को लेकर सवाल हुआ। उन्होंने कहा कि वह सूर्यकुमार के फॉर्म से चिंतित नहीं हैं, क्योंकि आक्रामक क्रिकेट खेलने पर बल्लेबाज फेल हो सकता है। गंभीर ने कहा कि सूर्या के लिए 30 बॉल पर 40 रन बनाना और आलोचना से बचना आसान है, ड्रेसिंग रूम में तय हुआ है कि आक्रामक रवैया अपनाते हुए फेल होने में कोई दिक्कत नहीं है।
