पूर्व भारतीय बल्लेबाज मोहम्मद कैफ ने कहा कि आगामी ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले रोहित शर्मा से वनडे कप्तानी छीन लिए जाने के बाद चयनकर्ताओं के लिए उनके फॉर्म को आंकने के नए पैमाने तय करना मुश्किल होगा। सर्वकालिक सबसे सफल वनडे ओपनरों में शुमार रोहित से निरंतरता की उम्मीद करना मुश्किल होगा, यह एक ऐसी पहचान है जो उनके लंबे समय के साथी विराट कोहली से ज्यादा जुड़ी है, जो चैंपियंस ट्रॉफी के बाद सात महीनों में पहली बार राष्ट्रीय टीम के लिए वापसी कर रहे हैं।

रोहित को ऑस्ट्रेलिया में मिलेगी कड़ी टक्कर

रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनों ने मई में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी और आखिरी बार आईपीएल 2025 सीजन में खेले थे। चयनकर्ताओं ने शुभमन गिल को अगला वनडे कप्तान नियुक्त करने का कड़ा फैसला लिया। वहीं कई महीनों से एक भी प्रतिस्पर्धी मैच न खेलने के कारण रोहित शर्मा को आगामी मुकाबलों में अपनी जगह बनाए रखने के लिए कड़ी टक्कर मिलेगी।

कोहली और रोहित दोनों का होगा आकलन

मोहम्मद कैफ ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ‘लोग कह रहे हैं कि विराट कोहली का आकलन किया जाएगा, लेकिन मुझे लगता है कि यह रोहित शर्मा पर भी लागू होगा। रोहित कप्तानी नहीं कर रहे हैं और जिस तरह से पिछले कुछ वर्षों से खेल रहे हैं, 20 से 30 रन बना रहे हैं, लेकिन जब कोई बड़ा मैच आता है तो वह 80 रन बनाते हैं, जो मैच जिताऊ पारी होती है, उनका करियर इसी तरह आगे बढ़ा है। वह कभी भी लगातार रन नहीं बना पाते।’

अगर कप्तान नहीं तो टीम में क्यों? रोहित शर्मा को ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चुनने पर पूर्व चयनकर्ता ने उठाए सवाल

मोहम्मद कैफ ने रेखांकित किया कि रोहित ने भारत के चैंपियंस ट्रॉफी अभियान के दौरान भी ऐसा ही प्रभाव डाला था। टूर्नामेंट में लगातार कम स्कोर के बावजूद, रोहित ने दुबई में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ लक्ष्य का पीछा करते हुए 76 रन की तूफानी पारी खेली थी और प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार जीता था। कैफ ने कहा, ‘उनके और कोहली के आंकड़ों में यही अंतर है कि कोहली निरंतरता लाते हैं, जबकि रोहित मैच जिताने वाली पारियां खेलते हैं। चयनकर्ताओं के लिए यह मुश्किल होगा।’

ऑस्ट्रेलिया में असफल रहे तो रोहित का क्या होगा?

कैफ ने कहा, ‘अगर रोहित ऑस्ट्रेलिया सीरीज में असफल रहे तो क्या होगा? लोग कहेंगे कि वह फॉर्म में नहीं हैं, लेकिन अगर आप उनके करियर पर नजर डालें, तो वह अक्सर दो या तीन पारियों में असफल होते हैं और फिर मजबूत वापसी करते हैं। चैंपियंस ट्रॉफी में भी, उन्होंने शुरुआती मुकाबलों में 30 से 40 रन बनाए और फिर फाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच बने।’

दो या तीन पारियों के आधार पर न हो आकलन

कैफ ने कहा कि 2027 के वनडे विश्व कप की तैयारी के लिए भारत के लिए कोहली और रोहित जैसे खिलाड़ियों को उनके बेजोड़ अनुभव के लिए टीम में बनाए रखना जरूरी होगा। कैफ ने निष्कर्ष निकाला, ‘विश्व कप में आपको अनुभवी खिलाड़ियों की जरूरत होगी। अगर उन्होंने तय कर लिया है कि उनके साथ सही व्यवहार नहीं हो रहा है और वे संन्यास के करीब हैं, तो यह उनकी निजी पसंद है, लेकिन अगर ये दोनों विश्व कप में खेलते हैं तो भारत का गौरव बढ़ेगा। उनके बल्ले से मैच जिताऊ पारियां जरूर निकलेंगी। मेरी बस यही अपील है कि उन्हें 2 या 3 पारियों के आधार पर न आंका जाए।’ ‘बाएं हाथ से गेंदबाजी करनी पड़ी तो भी करूंगा’, संजू सैमसन ने बयां किया दर्द, बोले- 10 साल में खेले सिर्फ 40 मैच: देखें Video