भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा के खराब फॉर्म के कारण सोशल मीडिया पर उनके संन्यास की मांग हो रही है। ऐसी अफवाहें भी हैं कि रोहित शर्मा बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के बाद टेस्ट फॉर्मेट को अलविदा कह सकते हैं। मेलबर्न टेस्ट की हार के बाद रोहित शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इशारा दे दिया कि वह संन्यास के बारे में अभी कुछ नहीं सोच रहे हैं।
रोहित से उनकी कप्तानी और बल्लेबाजी पर हुआ सवाल
रोहित शर्मा से प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवाल किया गया कि वह अपने आप को बतौर कप्तान और बतौर बल्लेबाज कहां खड़ा देखते हैं। रोहित ने साफ किया वह जहां पहले थे वहीं आज है। यानी उनके दिमाग में संन्यास के बारे में कोई विचार नहीं है।
Border-Gavaskar Trophy, 2024/25
Australia
474(122.4)& 234(83.4)
India
369(119.3)& 155(79.1)
Match Ended ( Day 5 – 4th Test )
Australia beat India by 184 runs
रोहित शर्मा ने अपने बयान में कहा, ‘हमारे पास गेम अपने हिस्से में करने का मौका था। या तो जीत जाते या ड्रॉ कर लेते। अभी भी एक मैच बचा हुआ है। अगर हम अच्छा खेलेंगे तो सीरीज 2-2 से ड्रॉ हो जाएगी।’
पीछे की चीजों के बारे में नहीं सोचते रोहित शर्मा
रोहित ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा, ‘मैं बतौर कप्तान और खिलाड़ी वहीं खड़ा हूं जहां था। पीछे क्या हुआ उस बारे में सोचने की जरूरत नहीं है। मैं बतौर बल्लेबाज काफी कुछ करने की कोशिश कर रहा हूं लेकिन चीजें हो नहीं रही हैं। आप मैदान पर जाकर उन चीजों को ठीक तरह करना चाहते हैं लेकिन जब ऐसा नहीं होता है तो काफी निराशा होती है।’ मेलबर्न टेस्ट मैच में भारत की हार के कारण यहां पढ़िए।
रोहित इस साल टेस्ट फॉर्मेट में फ्लॉप ही साबित हुए हैं। भारतीय कप्तान ने इस साल 14 टेस्ट मैच खेले हैं। इन 14 मैच की 26 पारियों में उन्होंने 24.76 की औसत से 619 रन बनाए हैं। उनकी पिछली 15 टेस्ट पारियों में केवल एक ही अर्धशतक है। बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2024 में रोहित ने तीन मैच खेले हैं। पांच पारियों में वह 6.20 के औसत से केवल 31 रन ही बना पाए हैं।
