WTC Final में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली पारी में 89 रन का योगदान देने वाले भारतीय बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे को लेकर पूर्व ऑस्ट्रेलिया खिलाड़ी जस्टिन लैंगर ने एक खुलासा किया है। दरअसल, लैंगर ने बताया है कि रहाणे को 2020-21 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान स्टीव वॉ से एक अहम सलाह मिली थी, जिसने उनके गेम को बदलने का काम किया। बता दें कि 2020-21 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में रहाणे टीम के कप्तान थे।

रहाणे को मिली थी स्टीव वॉ की सलाह

उसके बाद से रहाणे लंबे समय तक टीम से बाहर रहे, लेकिन आईपीएल में शानदार प्रदर्शन की वजह से उन्हें फिर से टेस्ट टीम में जगह दी गई और उन्होंने फिर से खुद को साबित किया। रहाणे को लेकर जस्टिन लैंगर ने बताया है कि 2020-21 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान स्टीव वॉ ने रहाणे को मेंटॉर किया था और कुछ जरूरी सलाह दी थी।

स्टीव वॉ ने मुझे फोन कर बताया

वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में कॉमेंट्री कर रहे जस्टिन लैंगर ने बताया है कि सीरीज शुरू होने से पहले स्टीव वॉ ने मुझे फोन किया और कहा कि, मैं ईमानदारी से यह कहना चाहता हूं कि मैं रहाणे के साथ कुछ बातचीत कर रहा हूं। उस सीरीज के लिए मैं उन्हें सलाह देने का काम कर रहा हूं।

स्टीव वॉ की सलाह ने किया काम

लैंगर ने आगे कहा कि सिर्फ स्टीव वॉ नहीं मैंने भी रहाणे में वह शांति देखी है। उन्होंने कहा कि रहाणे जिस तरह से बल्लेबाजी करते हैं।, हमने उस सीरीज में जिस तरह से उन्हें खेलते हुए देखा वह शानदार था। लैंगर ने कहा कि मुझे इस बात का पता था जब रहाणे स्टीव वॉ से बात कर रहे थे, मैं यह बात जानता था कि रहाणे हमारे लिए खतरा साबित हो सकते हैं।

रहाणे ने टीम को निकाला संकट से बाहर

आपको बता दें कि अजिंक्य रहाणे ने WTC Final में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली पारी में टीम इंडिया को संकट से निकालने का काम किया था। रहाणे ने 89 रन की पारी खेली थी। रहाणे ने जडेजा के साथ मिलकर शतकीय साझेदारी भी की थी। बता दें कि रहाणे को श्रेयस अय्यर के चोटिल होने के चलते टीम में जगह मिली है।