भारतीय टीम ब्रिस्बेन टेस्ट में बैकफुट पर आ गई है। तीन दिन के खेल में न तो बल्लेबाज प्रदर्शन कर पाए और जसप्रीत बुमराह को छोड़कर कोई और गेंदबाज कुछ खास नहीं कर सका। नतीजा यह है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम मुकाबले में ड्राइविंग सीट पर है। तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद जसप्रीत बुमराह ने टीम के प्रदर्शन पर बात की। उन्होंने कहा कि 11 खिलाड़ियों की टीम है और सबकुछ उनको ही नहीं करना है।

जसप्रीत बुमराह का शानदार प्रदर्शन

ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में टॉप 6 बल्लेबाजों में से पांच को जसप्रीत बुमराह ने आउट किया। मार्नस लाबुशेन नितीश रेड्डी का शिकार बने। बुमराह के बाकी गेंदबाज संघर्ष करते हुए नजर आए। बुमराह ने अपने गेंदबाजों का बचाव करते हुए कहा कि टीम ट्रांसिशन फेज (परिवर्तनकाल) में हैं। साथ ही यह भी साफ किया कि टीम इंडिया एक-दूसरे पर अंगुली नहीं उठाती है।

जसप्रीत बुमराह ने कहा हम एक-दूसरे पर अंगुली नहीं उठाते

तीसरे दिन बुमराह ने कहा, “एक टीम के रूप में हम एक-दूसरे पर अंगुली नहीं उठाते। आपको यह करना था, वह करना चाहिए था। हम एक गेंदबाजी यूनिट के रूप में बदलाव के दौर से गुजर रहे हैं। मैं उनकी मदद करने की कोशिश कर रहा हूं। वे बेहतर हो जायेंगे। यह वहां तक ​​पहुंचने का सफर है।”

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बुमराह ने कहा टीम एक यात्रा पर है

बुमराह ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा, ”हमारे पास 11 खिलाड़ी हैं। मैं इसे नहीं देखता क्योंकि मुझे ही सब कुछ करना है। जैसा कि मैंने कहा नई टीम है, यह यात्रा है। हर किसी को इससे गुजरना होगा। अपने खेल के बारे में जानें और सुधार करें। यह एक यात्रा है।” जसप्रीत बुमराह ने ब्रिस्बेन टेस्ट में पहली पारी में 76 रन देकर 6 विकेट झटके। वह इस समय सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी हैं। वह ऑस्ट्रेलिया में 50 टेस्ट विकेट पूरा करने में भी सफल रहे। जसप्रीत बुमराह सिर्फ 10 मैचों में ही 50 विकेट पूरे कर चुके हैं।