IND vs AUS T20I Series: पूर्व भारतीय क्रिकेटर इरफान पठान ने संजू सैमसन के साथ लगातार प्रयोग करने के लिए भारतीय टीम प्रबंधन की कड़ी आलोचना की है। दूसरे मैच में कंगारू टीम के खिलाफ शुभमन गिल के जल्दी आउट होने के बाद विकेटकीपर-बल्लेबाज को तीसरे नंबर पर प्रमोट किया गया था, लेकिन वो ज्यादा बड़ी पारी नहीं खेल पाए और नाथन एलिस की गेंद पर आउट हो गए।

बार-बार भूमिका बदलने से खिलाड़ी पर पड़ता है बुरा असर

इरफान ने कहा कि टी20 क्रिकेट में लचीलापन जरूरी है, लेकिन यह स्थिरता की कीमत पर नहीं आना चाहिए। इरफान ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि जहां तक संजू सैमसन की बात है अगर वह इसी तरह बल्लेबाजी क्रम में ऊपर-नीचे होते रहेंगे तो मुझे यकीन नहीं है कि यह कितना कारगर होगा। मुझे पता है कि टी20 क्रिकेट में सलामी बल्लेबाजों के अलावा किसी की भी कोई निश्चित स्थिति नहीं होती और लचीलापन अहम होता है, लेकिन लचीलेपन के नाम पर आपको इतना लचीला नहीं होना चाहिए कि आप उस स्थिरता को खो दें जो निश्चित भूमिकाओं से आती है।

उन्होंने आगे कहा कि जब आप किसी खिलाड़ी की भूमिका को बार-बार बदलते रहते हैं तो चीजें स्वाभाविक रूप से बदल जाती हैं। बीच के ओवरों में पुरानी गेंद के खिलाफ खेलना जैसा कि संजू सैमसन ने एशिया कप के दौरान किया था वो पारी की शुरुआत करने से बहुत अलग है जहां उन्होंने तीन शतक लगाए थे। इसके लिए एक अलग मानसिकता और मानसिक मजबूती के साथ-साथ टीम के मजबूत समर्थन की भी जरूरत होती है।

मौके गंवाते रहे तो खत्म हो सकता है समर्थन

इरफान पठान ने संजू सैमसन को भी आगाह करते हुए कहा कि उन्हें कप्तान और कोच का समर्थन भले ही मिल रहा हो, लेकिन अगर वह मौके गंवाते रहे तो यह समर्थन जल्द ही खत्म हो सकता है। इरफान ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि उन्हें जरूरी समर्थन मिल रहा है, लेकिन अगर कोई खिलाड़ी लगातार तीन-चार बार नाकाम हो जाए तो यह समर्थन जल्दी खत्म हो सकता है पर उम्मीद है कि संजू सैमसन के साथ ऐसा नहीं होगा।