भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या लंबे अरसे से भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं हैं। हार्दिक पांड्या पूरी तरह से फिट होने के बाद से वनडे और टी20 टीम का ही हिस्सा हैं और टेस्ट क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं। अब हार्दिक पांड्या ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज के पहले मुकाबले से पहले प्रेस कांफ्रेंस के दौरान अपने टेस्ट क्रिकेट की भविष्य को लेकर अपनी बातें सबके सामने रखी। कंगारू टीम के खिलाफ हार्दिक पांड्या पहले वनडे में भारतीय टीम की कप्तानी करेंगे।

वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में नहीं खेलेंगे हार्दिक

हार्दिक पांड्या ने कहा कि वो वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में हिस्सा नहीं लेंगे क्योंकि उन्हें लगता है कि उन्होंने टेस्ट टीम में अपना स्थान अर्जित नहीं किया है। उन्होंने कहा कि नहीं, मैं नैतिक रूप से बहुत मजबूत व्यक्ति हूं। मैंने वहां पहुंचने के लिए 10 फीसदी भी नहीं किया है। मैं एक फीसदी भी वहां का (टेस्ट टीम) हिस्सा नहीं हूं। मेरा टेस्ट टीम में आना और किसी की जगह लेना नैतिक रूप से ठीक नहीं होगा। अगर मैं टेस्ट क्रिकेट खेलता हूं तो कड़ी मेहनत करूंगा और अपना स्थान अर्जित करूंगा। इस कारण से मैं वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप या भविष्य की टेस्ट सीरीज के लिए तब तक उपलब्ध नहीं रहूंगा जब तक मुझे नहीं लगता है कि मैंने अपना स्थान अर्जित कर लिया है।

हार्दिक पांड्या ने हमेशा कहा है कि वो टेस्ट क्रिकेट में तभी हिस्सा लेंगे जब वो रिदम हासिल कर लेंगे। जनवरी में जब उनसे टेस्ट क्रिकेट के बारे में पूछा गया था तब उन्होंने कहा था कि मैं सफेद कपड़ों में कब नजर आउंगा। पहले मुझे पूरी तरह से ब्लू में ही रहने दो और फिर में टेस्ट के बारे में कहूंगा। आपको बता दें कि भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना चौथा मैच ड्रॉ किया था और श्रीलंका को न्यूजीलैंड के हरा दिया था इसकी वजह से टीम इंडिया वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में पहुंच गई थी। अब भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 7 जून से 11 जून तक लंदन दे द ओवल में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मैच खेला जाएगा।