हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पांड्या की भारतीय ट्रेस्ट क्रिकेट टीम में वापसी हो गई है। वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जाने वाले दो टेस्ट मैच खेलेंगे। पांड्या चोट लगने की वजह से लंबे समय से खेल दूर थे। एशिया कप के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ खेलते हुए वह चोटिल हो गए थे। अब चयनकर्ताओं ने उन्हें फिर से टीम में लिया है। पांड्या भारत के लिए तीनों फॉर्मेट का क्रिकेट खेलते हैं, मजे की बात यह है कि अपनी पहचान बनने और सफलता के पीछे वह टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी नहीं, बल्कि पूर्व कंगारू कप्तान रिकी पॉन्टिंग का हाथ बताते हैं। पांड्या का कहना है कि रिकी पॉन्टिंग ने ही उनके भीतर छिपी प्रतिभा को पहचाना और उसे निखारने में मदद की।

क्रिक ट्रैकर की खबर के मुताबिक पांड्या ने कहा, ”रिकी वह शख्स हैं जो शानदार रहे। जिस तरह से उन्होंने मुझे समर्थन दिया, वह भी शानदार रहा। हां, मेरा इंटरनेशनल करियर एमएस के साथ शुरू हुआ था लेकिन मेरा वास्तविक करियर तब शुरू हुआ जब लोगों ने मुझे नोटिस करना शुरू कर दिया, यह सबकुछ रिकी की वजह से हुआ। उन्होंने मेरा समर्थन किया। उन्होंने मुझमें कुछ देखा। आपको अवसर चाहिए होते हैं, कोई आपका समर्थन करता है। आपको समर्थन चाहिए होता है जो रिकी ने दिया। इस वजह से मैं स्वतंत्र होकर खेल सका। कुलमिलाकर, मैं पूरी तरह से एक अलग क्रिकेटर था।”

पाड्या ने कहा कि उन्होंने रिकी से बहुत कुछ सीखा। कुछ चीजें उन्हें समझ नहीं आती थीं तो रिकी ने उन्हें समझाया। पांड्या ने कहा कि इससे बड़ी बात क्या होगी कि एक लेजेंड आपसे आराम से बात कर रहा हो और आपको अपना छोटा भाई या बेटा समझकर सिखा रहा हो। पाड्या के मुताबिक आज भी रिकी पॉन्टिंग के साथ उनका अच्छा रिश्ता है। पाड्या ने कहा कि रिकी ने उन्हें समझाया कि बड़े सर्किट और हालातों के हिसाब से किस प्रकार खेलते हैं। बता दें कि पांड्या 2019 के आईपीएल में भी खेलते नजर आएंगे। एकबार फिर मुंबई इंडियंस ने उन्हें रिटेन किया है।