100 टेस्ट, की 169 पारी में 19 शतक की मदद से 7021 रन। यह टेस्ट क्रिकेट में टीम इंडिया के मॉर्डन डे द वॉल चेतेश्वर पुजारा की उपलब्धि है। 35 साल के इस के इस क्रिकेटर के लिए बॉर्डर – गावस्कर ट्रॉफी का दूसरा टेस्ट काफी खास है। वह 100 टेस्ट खेलने वाले 13 वें भारती क्रिकेटर बन गए। दिल्ली टेस्ट शुरू होने से पहले सुनील गावस्कर ने उन्हें कैप देकर सम्मानित किया। इस दौरान ग्राउंड पर चेतेश्वर पुजारा का परिवार मौजूद था। चेतेश्वर के पिता, पत्नी और बेटी थीं। फील्डिंग के लिए उतरने के दौरान उन्हें टीम इंडिया का खिलाड़ियों ना गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
सुनील गावस्कर से सम्मानित होने के बाद चेतेश्वर पुजारा ने स्पीच दिया। उन्होंने कहा कि एक युवा के तौर वह भारत के लिए खेलना चाहता थे, लेकिन यह कभी नहीं सोचा था कि वह 100 टेस्ट खेलेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि टेस्ट क्रिकेट जीवन की तरह चुनौती देता है। उन्होंने युवा को भारत के लिए टेस्ट खेलने के लिए कड़ी मेहनत करने की बात कही। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इसका वीडियो ट्विटर पर शेयर किया है।
चेतेश्वर पुजारा ने क्या कहा
सुनील गावस्कर से सम्मानित होने के बाद चेतेश्वर पुजारा ने कहा, ” आपसे (सुनील गावस्कर) से यह कैस मिलना सम्मान की बात है, आप जैसे दिग्गजों ने मुझे प्रेरित किया है। मैं एक युवा के तौर पर भारत के लिए खेलना चाहता था, लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं 100 टेस्ट मैच खेलूंगा। टेस्ट क्रिकेट मेरे लिए शानदार प्रारूप है, यह आपको जीवन की तरह ही चुनौती देता है। मैं आप सभी युवाओं को भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए प्रोत्साहित करता हूं। मैं अपनी पत्नी, अपने परिवार, बीसीसीआई में सभी को और अपने सभी साथियों को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने इस सफर में मेरा साथ दिया।”
सुनील गावस्कर ने क्या कहा
भारत की तरफ से 125 टेस्ट मैच खेलने वाले गावस्कर ने कहा,‘‘ आपका 100 टेस्ट मैच के क्लब में स्वागत है और मैं प्रार्थना करता हूं कि आप अपने 100वें टेस्ट मैच में शतक जड़ने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर बनो और दिल्ली में एक और जीत की नींव रखो।’’ इस पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा कि पुजारा ने भारतीय टीम की खातिर अपने शरीर की भी परवाह नहीं की । उन्होंने कहा,‘‘ जब आप बल्लेबाजी के लिए जा रहे होते हैं तो ऐसा लगता है कि जैसे आप भारतीय ध्वज साथ में लेकर जा रहे हो। आप भारत की खातिर अपना शरीर दांव पर लगा देते हो।’’ गावस्कर ने कहा,‘‘ आपने अपने शरीर पर कई गेंदे झेली हैं और आपने गेंदबाजों को आपका विकेट हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करवाई। आपका प्रत्येक रन भारत के लिए महत्वपूर्ण रहा। आप कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास के आदर्श रहे हो।’’