साउथ अफ्रीका के खिलाफ 2 मैचों की टेस्ट सीरीज से पहले साउथ अफ्रीका ए के खिलाफ दूसरे अनाधिकारिक टेस्ट में ध्रुज जुरेल ने शतक जड़कर भारत के कप्तान शुभमन गिल और कोच गौतम गंभीर की सिरदर्दी बढ़ा दी है। जुरेल ने 132 रन की पारी खेलकर बतौर बल्लेबाज खेलने के लिए दावेदारी ठोक दी है। उन्होंने साई सुदर्शन और नितीश कुमार रेड्डी के लिए घंतरे की घंटी बजा दी है।
साउथ अफ्रीका ए के खिलाफ दूसरे अनाधिकारिक टेस्ट के पहले दिन इंडिया ए 77.1 ओवर में 255 रन पर आउट हो गई। केएल राहुल, ऋषभ पंत, साई सुदर्शन औऱ देवदत्त पडिक्कल किसी का बल्ला नहीं चला। एक समय ऐसा लग रहा था कि इंडिया ए 100 रन भी नहीं बना पाएगी। इसके बाद ध्रुव जुरेल ने 175 गेंद पर नाबाद 132 रन की पारी खेलकर इंडिया ए के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचा दिया।
ऋषभ पंत की गैरमौजूदगी में जुरेल का शानदार प्रदर्शन
वेस्टइंडीज के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज में ऋषभ पंत नहीं थे। वह इंग्लैंड दौरे पर चोटिल होने के बाद तीन महीने मैदान से दूर रहे। इस दौरान वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में ध्रुव जुरेल को मौका मिला। उन्होंने पहले टेस्ट में 125 रन की शानदाक पारी खेली। इसके अलावा उन्होंने दूसरे टेस्ट में 44 और नाबाद 6 रन की पारी खेली। साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम में ऋषभ पंत की वापसी हो गई है। ऐसे में जुरेल का शानदार फॉर्म देखते हुए उन्हें बाहर बैठाना आसान नहीं होगा।
ऋषभ पंत चोटिल होने के बाद अगली ही गेंद पर हुए आउट,120 के स्ट्राइक रेट से ठोके रन
क्या साई सुदर्शन होंगे बाहर
भारतीय टेस्ट टीम की बात करें तो नंबर-3 पर साई सुदर्शन अपनी जगह पक्की नहीं कर पाए। इसके अलावा नंबर-6 का स्लॉट खाली है। नंबर-3 पर जुरेल को आजमाने पर शायद ही विचार किया जाए । ऐसे में साई की जगह पक्की दिखाई देती है। जहां तक छठे नंबर की बात है तो वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम छह गेंदबाजी विकल्प के साथ उतरी थी।
नितीश कुमार रेड्डी को बाहर बैठाया जा सकता है
जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, कुलदीप यादव, रविंद्र जडेजा, वाशिंगटन सुंदर और नितीश कुमार रेड्डी विकल्प थे। साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में स्पिनिंग विकेट मिल सकती है। ऐसे में बल्लेबाजी को मजबूत करने के लिए ध्रुव जुरेल को नंबर 6 पर मौका मिल सकता है। नितीश कुमार रेड्डी को बाहर बैठाया जा सकता है। वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान नितीश का गेंदबाजी में कुछ इस्तेमाल नहीं हो पाया था।
