एशियाई हाकी को बचाए रखने के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय शृंखलाओं को जरूरी बताते हुए पाकिस्तान के अनुभवी गोलकीपर इमरान बट ने शनिवार को कहा कि 2014 में चैंपियंस ट्राफी में हुई घटना को भूलकर दोनों देशों को एक दूसरे के खिलाफ खेलना चाहिए। यहां 12वें दक्षिण एशियाई खेलों में भाग लेने आई पाकिस्तानी टीम के अहम सदस्य बट ने गुवाहाटी से एक बातचीत में कहा कि चैंपियंस ट्राफी के दौरान जो हुआ, वह नहीं होना चाहिए था लेकिन उसमें युवा खिलाड़ी शामिल थे जो टीम में नए थे। वे अति उत्साह में आ गए थे लेकिन उस घटना को भूलकर हमें आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैदान पर कई घटनाएं हो जाती है लेकिन उन्हें पकड़कर नहीं बैठा जा सकता। उस घटना के बाद हमने और टीम प्रबंधन ने भी माफी मांगी थी। उसे भुलाकर भारत और पाकिस्तान को द्विपक्षीय हाकी बहाल करनी चाहिए वरना एशियाई हाकी का मजा खत्म हो जाएगा। भुवनेश्वर में चैंपियंस ट्राफी 2014 के सेमीफाइनल में भारत को हराने के बाद पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने दर्शकों की ओर अभद्र इशारे किए थे। इसके बाद से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय हाकी नहीं हुई है।

हाकी इंडिया लीग में पाकिस्तानी खिलाड़ियों की भागीदारी पर जोर देते हुए ओलंपियन बट ने कहा कि इससे लीग की लोकप्रियता बढ़ेंगी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी खिलाड़ियों के खेलने से एचआइएल की रेटिंग बढ़ेगी और आयोजकों को भी फायदा होगा। भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ियों का आपस में जितना अच्छा तालमेल होगा, उतना यूरोपीय खिलाड़ियों के साथ नहीं होगा। खेल को राजनीति से अलग रखना चाहिए। सैग खेलों में भारत की दूसरे दर्जे की टीम खेल रही है क्योंकि सीनियर खिलाड़ी एचआइएल में व्यस्त हैं। इसके बावजूद बट ने भारत को कठिन प्रतिद्वंद्वी बताया। भारत और पाकिस्तान का सामना आठ फरवरी को होगा। बट ने कहा कि भारतीय हाकी का घरेलू ढांचा बेहतरीन है और दूसरे दर्जे की टीम भी बेहद मजबूत है। वे अपनी धरती पर खेल रहे हैं, लिहाजा हम उसे हलके में नहीं ले सकते। दर्शकों को अच्छी हाकी देखने को मिलेगी, इसकी गारंटी है।

रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई नहीं कर सकने का मलाल जाहिर करते हुए उन्होंने एफआइएच से क्वालीफिकेशन प्रक्रिया में बदलाव की भी मांग की। उन्होंने कहा कि ओलंपिक क्वालीफिकेशन प्रक्रिया इतनी कठिन है और एशिया से सिर्फ एक ही टीम क्वालीफाई कर सकती है। एशिया में भारत, पाकिस्तान, कोरिया तीनों ही मजबूत टीमें हैं और प्रतिस्पर्धा कड़ी है। भारत व पाकिस्तान में से एक के भी नहीं होने से ओलंपिक का मजा कम हो जाएगा। लिहाजा विश्व कप की तरह इसमें भी 16 टीमें होनी चाहिए।

उन्होंने भारतीय टीम को रियो में अंतिम चार का प्रबल दावेदार बताते हुए शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि हमारी शुभकामनाएं भारत के साथ हैं और मुझे यकीन है कि यह टीम अंतिम चार तक पहुचेगी। भारत काफी हाकी खेल रहा है और कोचों ने टीम पर काफी मेहनत की है। मौजूदा फार्म को देखते हुए मुझे लगता है कि भारतीय टीम सेमीफाइनल में जरूर पहुंचेगी।