बांग्लादेश के खिलाफ हार के बाद पाकिस्तान का हाल बुरा है। अपने घर पर टेस्ट सीरीज गंवाने के बाद वह फैंस और दिग्गजों के निशाने पर है। इस बीच उन्हें बड़ा नुकसान हुआ है। ऐसा नुकसान जैसा बीते 59 सालों में कभी नहीं हुआ।

पाकिस्तान को हुआ बड़ा नुकसान

बुधवार को आईसीसी ने टेस्ट रैंकिंग जारी की। इस रैंकिंग में पाकिस्तान की टीम 8वें स्थान पर खिसक गई है। बांग्लादेश के खिलाफ हार के बाद पाकिस्तान रैटिंग पॉइंट 76 अंक तक पहुंच गए हैं। यह 1965 के बाद पाकिस्तान की सबसे कम रैटिंग पॉइंट हैं। ऐसा नहीं है कि पाकिस्तान के रैटिंग अंक ज्यादतर 76 से कम हुए हो। केवल कुछ ही ऐसा अरसा था जब उनके रैंटिंग अंक इतने कम हुए। वह भी इसलिए क्योंकि उन्होंने तब ज्यादा टेस्ट मैच खेले नहीं थे।

वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप अंक तालिका में भी पाकिस्तान का बुरा हाल

वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की रैंकिंग में भी पाकिस्तान का हाल अच्छा नहीं है। पाकिस्तान की टीम आठवें पायदान पर है। पाकिस्तान के 16 अंक और 19.04 अंक प्रतिशत है। उन्होंने इस साइकिल में सात मैच खेले हैं जिसमें से वह सिर्फ दो टेस्ट मैच जीत पाए हैं।

वहीं, पांच मुकाबलों में टीम को हार का सामना करना पड़ा है। पाकिस्तान ने कभी भी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल नहीं खेला है। वहीं बांग्लादेश ने डब्ल्यूटी पॉइंट्स टेबल में लंबी छलांग लगाई है। नजमुल हुसैन शांतो की टीम अब चौथे स्थान पर पहुंच गई है।

बांग्लादेश के खिलाफ हार के बाद पाकिस्तान के कप्तान शान मसूद हार की जिम्मेदारी ली थी। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,”टेस्ट क्रिकेट जो है, वह इस गेम का अलटिमेट फॉर्मेट है। इसे खेलने के लिए आपको अनुभव चाहिए। हमें ज्यादा टेस्ट क्रिकेट खेलनी होगी। हमें घरेलू क्रिकेट में ज्यादा रेड बॉल क्रिकेट खेलना होगा, जो फॉर्मेट आप खेलेंगे आपको उसके खिलाड़ी मिलेंगे। ऐसा नहीं हो सकता है कि आप टी20 क्रिकेट खेले और उससे आपको टेस्ट का खिलाड़ी मिल जाए.”