जमैका के सबीना पार्क में वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच का दूसरा दिन टीम इंडिया के लिए कई मायनों में यादगार रहा। बल्लेबाजी के दौरान हनुमा विहारी ने जहां अपने टेस्ट करियर का पहला शतक जड़ा तो वहीं ईशांत शर्मा ने अपने करियर की पहली फिफ्टी लगाई। इसके बाद गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह ने अपने टेस्ट करियर की पहली हैट्रिक भी ली। इस पहले शतक के बाद मध्यक्रम बल्लेबाज हनुमा विहारी काफी भावुक भी दिखे और उन्होंने यह शतक अपने स्वर्गीय पिता को समर्पित किया।

बचपन में उठ गया था पिता का सायाः मैच के बाद इस युवा बल्लेबाज ने कहा कि ये मेरे लिए काफी यादगार पारी है। ये काफी चुनौतीपूर्ण पारी भी थी, लेकिन मैं अपने प्रदर्शन से काफी खुश हूं। उन्होंने कहा कि मैं जब 12 साल का था तब मेरे पिता का देहांत हो गया था। इसलिए मेरी अंतरराष्ट्रीय करियर की पहली सेंचुरी मैं उन्हें समर्पित करना चाहता हूं। उम्मीद करता हूं कि उन्हें मुझपर काफी गर्व होगा। ये मेरे लिए काफी भावुक दिन भी है।

इसके साथ ही हनुमा ने ईशांत शर्मा की भी जमकर तारीफ की जिनके साथ मिलकर उन्होंने 112 रनों की साझेदारी की। उन्होंने बताया कि खेल के पहले दिन जब मैं 42 पर था तो मैं पूरी रात सो नहीं सका बस यही सोच रहा था कि मैं इसे बड़े स्कोर में कैसे बदलूं।

पिछले मैच में भी विहारी शतक से चूक गए थे लेकिन उन्होंने इस मैच में धैर्य के साथ बल्लेबाजी की। उनकी 111 रनों की इस पारी की बदौलत टीम इंडिया ने पहली पारी में 416 रनों का स्कोर खड़ा किया। वहीं, इसके जवाब में विंडीज की टीम दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक 87 रन ही बना सकी और 7 विकेट गंवा दिए। इसमें जसप्रीत बुमराह ने हैट्रिक समेत विकेट चटकाए हैं।