पाकिस्तान के लिटिल मास्टर कहे जाने वाले मोहम्मद हनीफ की गुरुवार को कराची के एक अस्पताल में मौत हो गई है। हनीफ के नाम टेस्ट क्रिकेट में सबसे लंबे समय तक (16 घंटे तक) पिच पर टिके रहने का रिकॉर्ड है। हनीफ का जन्म गुजरात के जूनागढ़़ में हुआ था लेकिन सन् 47 में हुए विभाजन के दौरान वह अपने परिवार के साथ पाकिस्तान जा बसे। हनीफ के अलावा उनके 4 भाई और थे। दिलचस्प बात यह है कि 5 में से 4 भाई टेस्ट मैच खेलते थे। उनका पांचवा भाई सिर्फ एक बार 12th मैन बना था
सबसे लंबा टेस्ट पारी खेलने का रिकॉर्ड
हनीफ पाकिस्तान के उस स्क्वॉड का हिस्सा रहे हैं जो सबसे पहले (साल 1954-55) खेलने के लिए भारत आया था। हनीफ ने पाकिस्तान के लिए 55 टेस्ट खेले। अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी के दम पर उन्होंने पाकिस्तानी क्रिकेट में सुपरस्टार का दर्जा पा लिया था। वे 1952-53 और 1969-70 के बीच में पाकिस्तान के लिए खेले और 12 शतक जड़े। इसमें 337 रनों की रिकॉर्ड पारी भी शामिल है जो उन्होंने वेस्ट इंडीज के खिलाफ 16 घंटे क्रीज पर खड़े रहकर खेली थी। येे टेस्ट इतिहास की सबसे लंबी पारी है। सबसे हनीफ ने कराची में एक फर्स्ट क्लास मैच में 499 रन भी बनाए थे।
तीन साल से थे कैंसर से पीड़ित
81 साल के हनीफ को तीन साल पहले कैंसर का पता चला था। जिसके बाद उन्होंने कीमोथेरेपी कराई और 2013 में लंदन में उनकी लंग कैंसर की सर्जरी भी हुई थी और वह घर वापस आ गए थे। लेकिन शोएब ने बताया कि कैंसर समय के साथ बढ़ता गया। हालात गंभीर होने पर उन्हें रविवार को वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया था। फिलहाल वह वेंटिलेटर पर आईसीयू में भर्ती हैंं। शोएब ने बताया कि लंग कैंसर केे कारण उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही है।
मौत को लेकर रहा संशय
गुरुवार को पाकिस्तान की मीडिया के मुताबिक हनीफ की मौत की खबर आई थी। जिसक बाद हनीफ के बेटे शोएब मोहम्मद ने खबर का खंडन करते हुए कहा था कि उसके पिता जिंदा है। कहा गया कि अस्पताल में भर्ती हनीफ की दिल की धड़कने करीब 6 मिनट के लिए रूक गई थी। हालांकि बाद में उनकी दिल की धड़कन वापस आ गई। अब डॉन न्यूज ने अस्पताल प्रवक्ता के हवाले से हनीफ मोहम्मद के मारे जाने की पुष्टि की है।

