ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने खुलासा किया कि कैसे आईपीएल 2017 सीजन के दौरान भारत के पूर्व ओपनर वीरेंद्र सहवाग के साथ उनके रिश्ते खराब हो गए थे। मैक्सवेल के मुताबिक सहवाग पंजाब किंग्स के लिए फैसला लेते थे जबकि वो टीम के मुख्य कोच नहीं थे। मैक्सवेल पंजाब किंग्स के साथ साल 2014 में जुड़े थे और इस टीम के साथ 2017 तक खेले। साल 2014 में मैक्सवेल ने पंजाब के लिए 187 की ज्यादा की स्ट्राइक रेट के साथ 552 रन बनाए थे।

मैक्सवेल ने 2014 में पंजाब के लिए खूब रन बनाए थे, लेकिन इसके बाद वो अगले तीन सीजन में रन बनाने के लिए जूझते हुए नजर आए थे और फिर पंजाब ने उन्हें रिलीज कर दिया था। वो फिर से 2020 में इस टीम के साथ जुड़े थे, लेकिन 13 मैचों में सिर्फ 108 रन ही बना पाए। पंजाब के लिए मैक्सवेल ने खेलते हुए आईपीएल में 24.42 की औसत और 124.42 की स्ट्राइक रेट से 1,294 रन बनाए जिसमें छह अर्द्धशतक शामिल हैं।

सहवाग करते थे मनमर्जी

मैक्सवेल ने अपनी किताब द शोमैन में लिखा कि उन्हें शुरू में लगा था कि पंजाब की टीम एकजुट है, लेकिन जल्दी ही उन्हें अहसास हो गया कि वास्तव में सहवाग पर्दे के पीछे से अहम निर्णय ले रहे थे। मैक्सवेल के मुताबिक इससे कोचिंग स्टाफ और खिलाड़ियों के बीच भ्रम की स्थिति बन गई थी। मैक्सी ने कहा कि हमने चर्चा की थी कि टीम कैसे एक जुट होकर काम करेगी और मुझे लगा था कि हम एक जुट हैं, लेकिन ऐसा नहीं था।

मैक्सवेल ने आगे कहा कि मैं कितना गलता था, हमारे कोच अरुण कुमार थे, लेकिन बाद में मुझे पता चल गया था कि वो सिर्फ नाम के कोच थे और सहवाग उनसे पीछे थे। हमने शुरुआती कुछ मैच खेले और जो कुछ चल रहा था उसे नजरअंदाज कर दिया था। वैसे निजी तौर पर कोच और खिलाड़ी मेरे पास आकर पूछते थे कि आखिर क्या चल रहा है और मुझे सीधे उन्हें जवाब देना मुश्किल लगता था।

मैक्सवेल ने कहा कि जब प्लेइंग इलेवन के चयन की बात आई तो मुझे लगा कि कोच को व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल करते अगर फैसला किया जाए तो ये अच्छा होगा। इस बात पर सभी सहमत थे और सहवाग को छोड़कर सभी ने अपनी-अपनी टीमें साझा की। हालांकि सहवाग ने ये साफ कर दिया कि वो ही प्लेइंग इलेवन का चयन करेंगे और कहानी यहीं खत्म हो गई। हम मैच हार रहे थे और सहवाग ने इस दौरान कई ऐसे फैसले किए जो टीम के लिए जरूरी नहीं थे।

सहवाग ने कहा- मुझे आपके जैसे फैन की जरूरत नहीं

मैक्सवेल ने आईपीएल 2027 के उस मैच को याद किया जब पंजाब को पुणे के हाथों हार मिली थी। मैक्सवेल ने कहा कि हम प्लेऑफ में आगे नहीं बढ़ पाए, लेकिन उन्हें पूरे सीजन में अपने नेतृत्व और प्रदर्शन पर गर्व है। इस ऑलराउंडर ने कहा कि वह मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल होना चाहते थे, लेकिन वीरेंद्र सहवाग ने वह जिम्मेदारी संभाल ली। उन्होंने कहा कि उन्हें पता चला कि सहवाग ने कप्तान के रूप में जिम्मेदारी नहीं लेने के लिए उनकी आलोचना की थी और उन्हें बड़ी निराशा बताया था। कप्तान के रूप में जिम्मेदारी नहीं लेने और बाकी सब के लिए मुझे दोषी ठहराया गया। यह काफी चौंकाने वाला था और हमारे संबंध खराब हो गए।

मैक्सवेल ने बताया उस प्रेस कांफ्रेंस के बाद मैंने उन्हें मैसेज करके बताया कि इन बातों को जानकर उन्हें कितना दुख हुआ और साथ ही यह भी बताया कि जिस तरह से आपने मुझे पेश किया उसके बाद सहवाग ने मेरे जैसा एक फैन खो दिया। इसके बाद सहवाग ने मुझे जवाब दिया कि मुझे आपके जैसे प्रशंसक की जरूरत नहीं है और फिर हमने फिर कभी बात नहीं की।