Gautam Gambhir Birthday: टीम इंडिया के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर आज यानी 14 अक्टूबर 2019 को अपना 38वां जन्मदिन मना रहे हैं। गंभीर भले ही क्रिकेट को अलविदा कहकर अपनी राजनीतिक पारी शुरू कर चुके हों, लेकिन टीम इंडिया को 2-2 बार विश्व विजेता बनाने में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। यही नहीं, सौरव गांगुली के बाद शायद गंभीर थे, जिन्हें मैदान पर बदतमीजी करने वाले क्रिकेटरों को तमीज सिखाना बखूबी आता था।

शुरुआत 2007 के टी20 वर्ल्ड कप से करते हैं। 24 सितंबर 2007 को दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग स्थित वांडर्स स्टेडियम में भारत और पाकिस्तान के बीच फाइनल खेला गया। भारत ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनी। गौतम गंभीर और यूसुफ पठान ने पारी की शुरुआत की। तीसरे ओवर में भी पठान पवेलियन लौट गए। इसके बाद एक ओर से लगातार विकेट गिरते रहे, लेकिन गंभीर ने 18वें ओवर तक भारतीय पारी को संभाला। उन्होंने 8 चौके और 2 छक्के की मदद से 54 गेंद पर 75 रन बनाए। गंभीर जब आउट हुए तब तक भारत सम्मानजनक स्कोर खड़ा कर चुका था। उसने 18 ओवर में 5 विकेट पर 130 रन बना लिए थे। भारत ने 20 ओवर में 5 विकेट पर 157 रन का स्कोर खड़ा किया। लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान की टीम 19.3 ओवर में 152 रन पर ही ऑलआउट हो गई।

2011 वनडे वर्ल्ड कप में भारत को चैंपियन बनाने में भले ही फैंस आखिरी गेंद पर धोनी के लगाए हुए छक्के का योगदान मानते हों, लेकिन टीम इंडिया को जीत की दहलीज पर गंभीर ने ही पहुंचाया था। इस मैच में श्रीलंका ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनी। उसने महेला जयवर्द्धने के शतक की बदौलत 50 ओवर में 6 विकेट पर 274 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत खराब रही।

 

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Happy Birthday @gautamgambhir55 Here’s a throwback to one of his epic innings in a run-chase back in 2009

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उसके धाकड़ ओपनर वीरेंद्र सहवाग बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। सचिन तेंदुलकर भी 18 रन का ही योगदान दे पाए। विराट कोहली 35 के निजी स्कोर पर तिलकरत्ने दिलशान की गेंद पर उन्हीं को अपना कैच थमा बैठे। एक समय भारत का स्कोर 21.4 ओवर में 3 विकेट पर 114 रन था। गंभीर एक छोर संभाले हुए थे। उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी के साथ चौथे विकेट के लिए 109 रन की साझेदारी की और टीम के स्कोर को 41.2 ओवर में 223 तक पहुंचा दिया। गंभीर ने 9 चौके की मदद से 122 गेंद पर 97 रन बनाए। गंभीर के आउट होने के बाद युवराज और धोनी ने मिलकर टीम को चैंपियन बनाया।

यह अलग बात है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने उन्हें सम्मान के साथ क्रिकेट को अलविदा कहने का मौका नहीं दिया। लेकिन इससे भी इनकार नहीं किया जा सकता कि गंभीर बड़े मैचों के हीरो खिलाड़ी थे। https://www.jansatta.com/khel/ की ओर से जन्मदिन की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।