ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ओपनर जो बर्न्स का क्रिकेट करियर खतरे में है। उन्हें इटली क्रिकेट टीम के कप्तानी से हटा दिया गया है और टी20 वर्ल्ड कप प्लान से बाहर कर दिया गया है। ऑस्ट्रेलिया के लिए 23 टेस्ट खेलने वाले बर्न्स ने पिछले 18 महीनों में इटली को टी20 वर्ल्ड कप में क्वालिफाई कराने में अहम भूमिका निभाई, जो इस साल जुलाई में खत्म हुआ। बर्न्स ने यूरोप के रीजनल क्वालिफायर में हेग में ग्वेर्नसे और स्कॉटलैंड के खिलाफ टीम को जीत दिलाई। इससे इटली को पहली बार वर्ल्ड कप में ऐतिहासिक जगह मिली।
बर्न्स ने भाई को खोने के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया का साथ छोड़ा और अपनी मां के देश से खेलने का फैसला किया, लेकिन अब उन्हें निराशा का सामना करना पड़ रहा है। इटैलियन क्रिकेट फेडरेशन (FCRI) ने आयरलैंड के खिलाफ सीरीज और उसके बाद अगले फरवरी में भारत-श्रीलंका की मेजबानी में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के लिए अनुभवी डर्बीशायर बल्लेबाज वेन मैडसेन को कप्तान घोषित किया है।
85 नंबर की जर्सी
बर्न्स ने इटली के लिए खेलने का फैसला 2024 की शुरुआत में किया। उन्होंने अपने भाई को खोने के बाद यह फैसला किया था। उन्होंने अपनी मां की विरासत के जरिए इटली के लिए खेलने का फैसला किया। उस साल के आखिर में उन्हें कप्तान बनाया गया। उन्होंने अपने दिवंगत भाई को श्रद्धांजलि देने के लिए खेलते समय 85 नंबर की जर्सी पहनी थी।
बोर्ड ने क्या कहा?
एफआरसीआई के बयान में बर्न्स की उपलब्धता और कॉन्ट्रैक्ट की शर्तों का कुछ खास जिक्र नहीं किया गया, लेकिन माना जा रहा है कि यह मामला बड़ा है और अक्टूबर से चल रहा है। बोर्ड ने कहा कि यह फैसला टीम के लिए स्थिरता, तालमेल और निरंतरता सुनिश्चित करने की जरूरी था। इसे छोटे समय के लक्ष्यों से ज्यादा प्राथमिकता दी गई है।”
बर्न्स के पहले से पता था ऐसा होगा
बर्न्स को कुछ समय से पता था कि उन्हें टीम से बाहर किया जा सकता है। मैडसेन का नाम पहली बार नवंबर के आखिर में एफआरसीआई की एक प्रेस रिलीज में कप्तान के तौर पर लिया गया था। वह तब ट्रेनिंग कैंप के लिए यूएई में टीम के साथ थे। बर्न्स उस कैंप के लिए टीम का हिस्सा नहीं थे। बर्न्स ने इटली के लिए आठ टी20 मैच खेले। इसमें एक शतक और एक अर्धशतक लगाया। इस दौरान उनका औसत 45 और स्ट्राइक रेट लगभग 140 रहा।
