अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (FIH) ने पाकिस्तान हॉकी महांसघ (PHF) को बड़ा झटका देते हुए ओलंपिक क्वालिफाइंग टूर्नामेंट की मेजबानी के अधिकार को वापस ले लिए हैं। ओलंपिक क्वालिफिकेशन टूर्नामेंट अगले साल जनवरी में पाकिस्तान में आयोजित होने वाला था, लेकिन पीएचएफ और पाकिस्तान खेल बोर्ड (PSB) के बीच अंदरूनी कलह के कारण एफआईएच ने देश से मेजबानी का अधिकार वापस ले लिया।

पीएचएफ के एक सूत्र ने कहा, ‘‘एफआईएच ने हमारे मेजबानी अधिकार को वापस लेते हुए यह स्पष्ट कर दिया है कि खेल बोर्ड और सरकार आयोजन की सफल मेजबानी के लिए पीएचएफ के साथ सहयोग करने को तैयार नहीं हैं।’’ एफआईएच का फैसला पाकिस्तान हॉकी के लिए एक बड़ा झटका है, जिसे एक दशक से अधिक समय के बाद किसी अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम की मेजबानी का अधिकार मिला था।

ओलंपिक क्वालिफायर जनवरी में लाहौर में आयोजित होना था

पीएचएफ ने पहले ही कहा था कि ओलंपिक क्वालिफायर जनवरी में लाहौर में आयोजित होगा। पीएचएफ में हस्तक्षेप की पीएसबी की कोशिशों के कारण अराजकता की स्थिति पैदा हो गयी। सरकार के अंतर प्रांतीय समन्वय मंत्रालय और पीएसबी द्वारा प्रोत्साहित कई पूर्व ओलंपियन पीएचएफ में तख्तापलट करने की कोशिश कर रहे हैं।

खोकर और हुसैन कर रहे अविश्वास प्रस्ताव पारित कराने की कोशिश

मौजूदा अध्यक्ष ब्रिगेडियर खालिद सज्जाद खोकर और सचिव हैदर हुसैन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित कराने की कोशिश कर रहे हैं। ओलंपियंस में आसिफ बाजवा, शाहबाज अहमद और राणा मुजाहिद शामिल हैं, जिन्होंने हाल के दिनों में सचिवों के रूप में कार्य किया, जिनमें से दो खोकर के अंडर में थे।