भारतीय जूनियर पुरुष हॉकी टीम ने हाल ही में एशिया कप का खिताब जीता था। फाइनल मुकाबले में टीम ने पाकिस्तान को मात दी थी। अब उनके लिए अगला लक्ष्य है जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप जो की साल के आखिर में आयोजित होना है। एफआईएच ने शनिवार को टूर्नामेंट का शेड्यूल और ग्रुप का ऐलान किया है। देश की टॉप 16 टीमें इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगी लेकिन उनमें पाकिस्तान का नाम शामिल नहीं होगा।
भारत पांच दिसंबर को खेलेगा पहला मैच
एफआईएच पुरुष हॉकी जूनियर विश्व कप के शुरुआती दिन पांच दिसंबर को ग्रुप सी में दक्षिण कोरिया के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगा। टूर्नामेंट का आयोजन पांच से 16 दिसंबर तक बुकित जलील स्थित नेशनल हॉकी स्टेडियम में होगा। भुवनेश्वर में हुए हुए पिछले विश्व कप (2021) में चौथे स्थान पर रही भारतीय टीम को ग्रुप चरण में अपेक्षाकृत आसान ड्रॉ मिला है। शनिवार को जारी ड्रॉ के मुताबिक ग्रुप सी में भारत और दक्षिण कोरिया के अलावा स्पेन और कनाडा की टीमें है। भारतीय टीम ग्रुप चरण में सात दिसंबर को स्पेन जबकि नौ दिसंबर को कनाडा का सामना करेगी।
16 टीमें लेंगी हिस्सा
टूर्नामेंट को आधिकारिक तौर पर शनिवार को पुत्रजया के मर्क्योर लिविंग होटल में एक समारोह के दौरान लॉन्च किया गया। मेजबान मलेशिया, गत चैम्पियन अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया और चिली के साथ ग्रुप ए में है, जबकि छह बार की चैम्पियन जर्मनी, फ्रांस, दक्षिण अफ्रीका और मिस्र ग्रुप बी में हैं। नीदरलैंड, बेल्जियम, पाकिस्तान और न्यूजीलैंड ग्रुप डी में है। खेल की शीर्ष संस्था ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि ग्रुप का वर्गीकरण एफआईएच जूनियर विश्व रैंकिंग के आधार पर हुआ है जिसमें दुनिया भर की 16 टीमें प्रतिष्ठित खिताब के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगी।
भारत ने दो बार जीता है जूनियर वर्ल्ड कप
भारत के उत्तम सिंह ने टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करने का भरोसा जताया। उन्होंने कहा, ‘‘ सुल्तान जोहोर कप और जूनियर एशिया कप में जीत के बाद भारतीय टीम का आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है। टीम मलेशिया में जूनियर विश्व कप में पोडियम स्थान हासिल करने को लेकर आश्वस्त है।’’ भारतीय टीम ने 2001 और 2016 में जूनियर विश्व कप विजेता रही है। जर्मनी और अर्जेंटीना के बाद भारत तीसरी टीम है जिसने 1979 में शुरू हुए इस टूर्नामेंट को एक से अधिक बार जीता है।