फीफा वर्ल्ड कप क्वालिफायर्स में 21 नवंबर की रात ब्राजील और अर्जेंटीना के बीच मैच खेला गया। यह मैच ब्राजील के रियो डि जिनेरियो स्थित माराकाना स्टेडियम में खेला गया। लियोनल मेसी का संभवतः ब्राजील में यह आखिरी मैच होगा। शायद यही वजह रही कि इस मैच को देखने के लिए बड़ी संख्या में फैंस एकत्र हुए। हालांकि, मैच शुरू होने से पहले अर्जेंटीनी और ब्राजीली प्रशंसकों में भिड़ंत हो गई।

बवाल इतना बढ़ गया कि अर्जेंटीनी फुटबॉल टीम के कप्तान लियोनल मेसी साथियों को लेकर मैदान से बाहर चले गए। इस कारण मैच 27 मिनट देरी से शुरू हुआ। प्रशंसकों की भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। प्रशंसकों पर लाठीचार्ज करने के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं। एक वीडियो में देखा जा सकता है कि एक प्रशंसक का सिर फूट गया। उसके सिर से खून बह रहा है।

ब्राजीली फैंस ने उड़ाया लियोनल मेसी का मजाक?

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मुकाबले से पहले जब दोनों टीमों के राष्ट्रगान बजाए गए तो मेहमान अर्जेंटीना के प्रशंसकों और स्थानीय भीड़ के एक वर्ग के बीच लड़ाई होने लगी। बहुत मारपीट हुई और कुछ प्रशंसकों ने तो सीटें भी फाड़ दीं। बताया जा रहा है कि ब्राजील के प्रशंसकों ने लियोनल मेसी का मज़ाक उड़ाया था। हालांकि, बाद में जब लियोनल मेसी लौटे तो उन्होंने अर्जेंटीनी कप्तान की सराहना की।

भीड़ ने पुलिस पर किया हमला, इसके बाद हुआ लाठीचार्ज

पुलिस स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर ही रही थी कि कुछ लोगों ने ब्राजीलियाई पुलिस पर हमला कर दिया। प्रशंसकों के झगड़े को खत्म करने के लिए पुलिस को लाठियों का इस्तेमाल करना पड़ा। लियोनल मेसी ने ब्राजील के अधिकारियों से कहा कि वे स्थिति शांत होने के बाद ही मैदान पर लौटेंगे। यही वजह रही कि अर्जेंटीनी टीम 22 मिनट बाद लॉकर रूम से लौटे। इसके बाद खेल शुरू होने से पहले कई मिनट तक वार्मअप किया।

वर्ल्ड कप क्वालिफाइंग अर्जेंटीना शीर्ष पर

फीफा वर्ल्ड कप क्वालिफाइंग (साउथ अमेरिका कांटिनेंट) में अर्जेंटीना पांच मैच में 12 अंकों के साथ शीर्ष पर है। ब्राजील पांचवें स्थान पर है। दस टीम के राउंड-रॉबिन क्वालिफाइंग में दोनों टीमें अपने पिछले मैच हार गईं थीं। हालांकि, इस मैच में अर्जेंटीना ने ब्राजील को 1-0 से हराया।

लियोनल मेसी ने बाद में कहा, ‘हमने देखा कि वे लोगों को कैसे मार रहे थे, यह लिबर्टाडोरेस फाइनल में पहले ही हो चुका था। उनका ध्यान खेल से ज्यादा उस पर था। हम लॉकर रूम में गए क्योंकि यह सब कुछ शांत करने का सबसे अच्छा तरीका था।’