भारत को कुछ अच्छे अवसर गंवाने के कारण 2018 फीफा विश्व कप फुटबॉल क्वालीफाईंग मैच में यहां मेजबान तुर्कमेनिस्तान के हाथों 1-2 से हार का सामना करना पड़ा जिससे उसकी अगले दौर में पहुंचने की धुंधली सी उम्मीद भी समाप्त हो गयी।
भारत की यह क्वालीफाईंग में लगातार चौथी हार है। इससे पहले उसे ओमान, गुआम और ईरान से हार झेलनी पड़ी थी। भारत ग्रुप डी में अकेली ऐसी टीम है जिसने अब तक खाता नहीं खोला है।
कोपेटडाग स्टेडियम में खेले गये इस मैच में तुर्कमेनिस्तान की तरफ से गुवांच अबीलोव ने आठवें मिनट में गोल करके अपनी टीम को आगे किया जबकि जेजे लालपेखुलवा ने 28वें मिनट में भारत को बराबरी दिलायी। अर्सलानमिरात अमानोव ने 60वें मिनट में गोल किया जिससे तुर्कमेनिस्तान ने मैच में दूसरी बार बढ़त बनायी। अमानोव का यह गोल आखिर में निर्णायक साबित हुआ।
मैच में पहला मौका भारत को मिला लेकिन सातवें मिनट में फर्नाडिस फर्नाडिस का शॉट गोल पोस्ट के बाहर निकल गया। तुर्कमेनिस्तान ने जवाबी हमला किया और अबीलोव ने गोल दागकर अपनी टीम को बढ़त दिलायी।
भारत ने भी जवाबी हमला किया लेकिन सुनील छेत्री का करारा शॉट गोलकीपर मामेट ओर्जामोहम्मद ने रोक दिया। भारत को इसके बाद उस समय भी अच्छा मौका मिला जब फर्नाडिस ने बड़ी खूबसूरती से जेजे के पास गेंद पहुंचायी लेकिन वह इसका फायदा उठाने में नाकाम रहे।
छेत्री ने तुर्कमेनिस्तान के रक्षकों को व्यस्त रखा। उनका एक और शॉट गोलकीपर ने बचाया। भारतीय कप्तान को तब लगा कि गेंद रक्षक के हाथ से लगकर गयी लेकिन रेफरी ने उनकी सलाह नकार दी। जेजे ने 28वें मिनट में बराबरी को गोल दागा। उन्होंने गोलकीपर की गलती का फायदा उठाकर गेंद जाली में उलझायी।
भारत ने इसके बाद आक्रामकता दिखायी लेकिन इस बीच रक्षकों विशेषकर झिंगान ने एक अवसर पर बहुत अच्छा बचाव किया। पहले हाफ के अंतिम क्षणों में जेजे और छेत्री एक दूसरे के साथ गेंद को आगे बढ़ाकर तुर्कमेनिस्तान के गोलमुख के पास पहुंचे लेकिन आखिरी टच देने में नाकाम रहे। मध्यांतर तक दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर थी।
दूसरे हाफ में दोनों टीमों ने धीमी शुरुआत की लेकिन तुर्कमेनिस्तान फिर से बढ़त हासिल करके भारत पर दबाव में बनाने में सफल रहा। अमानोव ने 60वें मिनट में भारतीय रक्षकों को छकाकर यह गोल किया। इसके बाद भारत ने आक्रामक रवैया अपनाया।
भारत के पास आखिरी दस मिनट में बराबरी का गोल करने का बहुत अच्छा मौका जब रोबिन सिंह को केवल गोलकीपर को छकाना था लेकिन वह इसमें नाकाम रहे। तुर्कमेनिस्तान ने आखिरी क्षणों में अपनी पूरी ताकत गोल बचाने में लगा दी जिसमें वह सफल रहा।
तुर्कमेनिस्तान की यह पहली जीत है और उसके चार मैचों में चार अंक हो गये हैं। वह अब भी पांच टीमों के ग्रुप में चौथे स्थान पर बना हुआ है।