इंग्लैंड के तेज गेंदबाज ओली रॉबिन्सन को 2012 से 2014 के बीच किए गए भेदभावपूर्ण ट्वीट के कारण टीम से निष्काषित कर दिया गया है। इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने रविवार को कहा कि रॉबिन्सन न्यूजीलैंड के खिलाफ गुरुवार से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट मैच के लिये उपलब्ध नहीं रहेंगे। इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने रॉबिन्सन को निष्काषित किए जाने पर कहा कि ये हरकतें अस्वीकार्य हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई सबके लिए सबक है।
रूट ने कहा, ‘‘मैदान पर उनके प्रदर्शन को देखें तो वह शानदार था। उनके पास गजब की झमता है। उनके अंदर टेस्ट क्रिकेट में सफल होने के सारे गुण हैं। लेकिन मैदान से बाहर ऐसी हरकतें स्वीकार नहीं हैं। यह सबके लिए एक सबक है।’’ इससे पहले माइकल वॉन ने रॉबिन्सन की जमकर तारीफ की थी। उन्होंने भविष्य का सितारा बताया था। वॉन ने ट्वीट कर कहा था, ‘‘अगर हम सिर्फ मैदान पर क्रिकेट को देखें तो ओली रॉबिन्सन का पदार्पण उतना ही प्रभावशाली है जितना हमने इंग्लैंड के लिए लंबे समय से देखा है। वह एक ऐसा खिलाड़ी दिखता है जो काफी आगे बढ़ सकता है।’’
रॉबिन्सन ने न्यूजीलैंड के खिलाफ लार्ड्स में खेले गए सीरीज के पहले मैच में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था। उन्होंने मैच में सात विकेट लिए और इंग्लैंड की पहली पारी में 42 रन बनाए थे। रॉबिन्सन ने ये ट्वीट तब किये थे जब वह 18 और 19 साल के थे। ये ट्वीट नस्लवादी और लिंगभेद से जुड़े थे। मैच के पहले दिन इन ट्वीट को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा होती रही जिसके बाद रॉबिन्सन ने माफी मांगी थी।
ईसीबी ने ससेक्स के इस गेंदबाज के बारे में कहा, ‘‘रॉबिन्सन तुरंत ही इंग्लैंड की टीम को छोड़कर अपनी काउंटी में वापसी करेंगे।’’ रॉबिन्सन ने डेब्यू करने के तुरंत बाद ही अपने पुराने ट्वीट को लेकर माफी मांग ली थी। उन्होंने कहा था, ‘‘अपने करियर के अब तक के सबसे बड़े दिन पर मैं आठ साल पहले मेरे द्वारा पोस्ट किए गए नस्लवादी और सेक्सिस्ट ट्वीट्स से शर्मिंदा हूं। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैं नस्लवादी नहीं हूं और मैं सेक्सिस्ट नहीं हूं।’’