क्रिकेट के इतिहास में सबसे लोकप्रिय अंपायरों में से एक हेरोल्ड “डिकी” बर्ड का 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया। इंटरनेशनल क्रिकेट में बर्ड ने 66 टेस्ट और 69 एकदिवसीय मैचों में अंपायरिंग की। उन्होंने कुल मिलाकर 26 साल में 381 मैचों में अंपायरिंग की।
डिकी बर्ड का भारत और वेस्टइंडीज से खास कनेक्शन है। वेस्टइंडीज जब 1975 और 1979 में वर्ल्ड कप जीता तो बर्ड अंपायर थे। 1983 में भारतीय टीम वर्ल्ड कप जीती तब भी बर्ड अंपायर थे। डिकी बर्ड अपने घरेलू काउंटी यॉर्कशायर की पहचान थे, जिसके लिए उन्होंने 1956 में शीर्ष क्रम के बल्लेबाज के रूप में अपना करियर शुरू किया था। बाद में यॉर्कशायर के अध्यक्ष भी रहे।
आखिरी टेस्ट में भावुक हो गए थे बर्ड
बर्ड ने पहली बार 1970 में अंपायरिंग की। टेस्ट में पहली बार उन्होंने 1973 में लीड्स में यॉर्कशायर के घरेलू मैदान पर इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच मैच में अंपायरिंग की। अंपायर के तौर पर उनका आखिरी टेस्ट मैच जून 1996 में लॉर्ड्स में इंग्लैंड और भारत के बीच था। इस अवसर पर खिलाड़ियों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया और जब वे मैदान से बाहर आए तो दर्शकों ने खड़े होकर तालियां बजाईं, जिससे उनकी आंखों में आंसू आ गए।
लीसेस्टरशायर के लिए भी खेले बर्ड
19 अप्रैल, 1933 को जन्मे बर्ड ने अपने करियर के आखिरी दौर में लीसेस्टरशायर के लिए भी खेला, लेकिन चोट के कारण 32 साल की उम्र में ही उनका करियर समय से पहले ही समाप्त हो गया। बाद में उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि एक खिलाड़ी के रूप में वे ज्यादा सफल नहीं रहे। बर्ड ने 93 प्रथम श्रेणी मैचों में 20.71 के औसत से रन बनाए। इसमें उन्होंने दो शतकों और 14 अर्धशतकों के साथ 3314 रन बनाए।