ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के दिग्गज कप्तान रिकी पोंटिंग ने कंगारू टीम के खिलाफ लीड्स टेस्ट मैच में शानदार प्रदर्शन के लिए मार्क वुड की जमकर सराहना की। एशेज के जरिए टेस्ट क्रिकेट में वापसी करते हुए वुड ने लीड्स टेस्ट मैच की दोनों पारियों में बेहतरीन गेंदबाजी की थी जिसकी वजह से ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी क्रम ढह गया था। पोंटिंग ने मार्कवुड के बारे में बात करते हुए उनकी तुलना ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली और मिचेल जॉनसन से की। यह दोनों टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले बेहतरीन तेज गेंदबाजों में शुमार किए जाते हैं।
पोंटिंग ने मार्क वुड को ब्रेट ली और मिचेल जॉनसन जैसा बताया
पोंटिंग ने आईसीसी रिव्यू के नए एपिसोड में कहा कि मार्क वुड कुछ हद तक ब्रेट ली और मिचेल जॉनसन जैसे हैं। उन्होंने कहा कि बदलाव के साथ गेंदबाजी करना, तेजी से गेंदबाजी करना, बल्लेबाजों को डराना, जब यह मौजूद हो तो फिर थोड़ा सा मूवमेंट हासिल करना यह सब उस गेंदबाज के मुख्य हथियार हैं। मार्क वुड ने दिसंबर 2022 के बाद अपना पहला टेस्ट मैच खेला था। वहीं लीड्स टेस्ट मैच में उन्हें थोड़ा संघर्ष करते हुए देखा गया था जिसकी वजह से उनकी फिटनेस को लेकर भी कुछ अटकलें लगने लगी।
पोंटिंग ने कहा कि मुझे लगता है कि मार्क वुड की सबसे बड़ी चुनौती इंग्लैंड को अगले कुछ मैचों में जीत दिलाना है। उनके लिए चुनौती यह होने वाली है क्या वो अपनी गति को 90 मील प्रतिघंटे बनाए रख पाते हैं या नहीं। अगर वो अपनी टॉप गति पर नहीं होंगे तो उनका सामना करना काफी आसान हो सकता है। मार्क वुड एकमात्र वो खिलाड़ी थे जिन्होंने लीड्स टेस्ट मैच में दोनों टीमों के बीच अंतर पैदा किया। एशेज 2023 के पहले दो टेस्ट मैच गंवाने के बाद इंग्लैंड अपनी प्लेइंग इलेवन में बदलाव के लिए मजबूर हुआ और उन्होंने वुड को टीम में शामिल करके अच्छा काम किया।
पोंटिंग ने कहा कि वुड तेज गति से गेंदबाजी करते हुए गति भी हासिल कर सकते हैं। उनकी सीम प्रजेंटेशन, जिस तरह से वो गेंद को रीलिज करते हैं वो आउटस्टैंडिंग है। आप उस गेंद को देखिए जो उस्मान ख्वाजा ने खेली थी और उस पर आउट हुए थे। वो गेंद 90 मील प्रति घंटे की रफ्तार से लाइन के नीचे वापस आ रही थी। अगर आपके पास कोई गेंदबाज होगा तो आपको बस इसे खेलना होगा। वुड ने उस मैच पर अपना प्रभाव डाला और अंतर पैदा किया।