दलीप ट्रॉफी फाइनल में गुरुवार (11 सितंबर) को सेंट्रल जोन के स्पिनर सारांश जैन और कुमार कार्तिकेय ने साउथ जोन के बल्लेबाजों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। दोनों मिलकर नौ विकेट लिए। जैन (5/49) और कार्तिकेय (4/53) ने मिलकर 45 ओवर फेंके। साउथ जोन 63 ओवरों में मात्र 149 रनों पर आउट हो गया। जैन ने लगातार 24 ओवर फेंके
सेंट्रल जोन ने स्टंप्स तक बिना किसी नुकसान के 50 रन बना लिए थे और वह 99 रनों से पीछे है। दिन के अंत तक दानिश मालेवार (28) और अक्षय वाडकर (20) क्रीज पर थे। साउथ जोन को पहला झटका 16वें ओवर में लगा। ओपनर बल्लेबाज मोहित काले (6) कार्तिकेय की गेंद पर स्वीप लगाने के प्रयास में बोल्ड हो गए।
तन्मय अग्रवाल ने अच्छी बल्लेबाजी की
इसके बाद साउथ जोन की टीम भरभरा गई। लंच से पहले ही उसने तीन और विकेट गंवा दिए और 33 ओवर में उसका स्कोर चार विकेट पर 64 रन हो गया। टीम को सबसे बड़ा नुकसान तन्मय अग्रवाल (76 गेंदों पर 31 रन) के रन आउट होने से हुआ। वह अपने साथी रिकी भुई (15) के साथ पिच के बीच में टकराने के बाद रन आउट हो गए।
सलमान निजर भी नहीं डाल पाए प्रभाव
कार्तिकेय ने जल्द ही मोहम्मद अजहरुद्दीन को एक शानदार गेंद पर आउट कर दिया, जो मिडिल स्टंप लाइन पर टप्पा खाकर साउथ जोन के कप्तान का ऑफ स्टंप पर लगी। इसके बाद आंद्रे सिद्धार्थ भी 12 रन बनाकर पवेलियन लौट गए।
सलमान निजर (24) साउथ जोन के लिए 200 रन के पार पहुंचने की आखिरी उम्मीद थे, लेकिन केरल का यह बल्लेबाज जैन का शिकार हो गया। जैन ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अपना नौवां पांच विकेट हॉल पूरा किया।
सेंट्रल जोन की अच्छी शुरुआत
सेंट्रल जोन के ओपनर बल्लेबाज दानिश मालेवार और अक्षय वाडेकर आत्मविश्वास से भरे और गेंद की दिशा का सही आकलन करते हुए दिखे। बादल छाए होने पर बीच-बीच में दोनों को दिक्कतें भी हुईं। कई बार बीट भी हुए और एलबीडब्ल्यू की जोरदार अपीलें भी हुईं, लेकिन दोनों ने बगैर किसी नुकसान के 50 रनों की साझेदारी कर दी। सातवें ओवर में तेज गेंदबाज गुरजपनीत सिंह की गेंद पर कवर ड्राइव और पुल लगाकर मालेवार प्रभावशाली दिखे।