रंगभेद के खिलाफ लड़ाई में जुटे खिलाड़ियों खासकर फुटबॉलर्स को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अप्रत्यक्ष तौर पर धमकी दी है। उन्होंने कहा है कि अगर खिलाड़ी राष्ट्रगान के लिए खड़े नहीं होते हैं तो वह एनएफएल (नेशनल फुटबॉल लीग/National Football League) या यूएस सॉकर (अमेरिकी फुटबॉल) के मुकाबलों को नहीं देखेंगे। एनएफएल ने पिछले सप्ताह कहा था कि राष्ट्रगान के दौरान उसके खिलाड़ियों को विरोध करने की मंजूरी दी जानी चाहिए।
यूएस सॉकर फेडरेशन ने भी पिछले सप्ताह राष्ट्रगान के दौरान खिलाड़ियों के खड़े रहने की अनिवार्यता को खत्म कर दिया था। उसने कहा था कि वह नीति गलत और Black Lives Matter आंदोलन के विरोध में थी। NFL अमेरिका की सबसे लोकप्रिय और महत्वपूर्ण लीगों में से एक है। इसकी टीमों में हिस्सा लेने वाले 10 में से 7 खिलाड़ी अफ्रीकी-अमेरिकी होते हैं। 2016 में, कॉलिन रैंड कापरनिक (Colin Rand Kaepernick) राष्ट्रगान के दौरान घुटने के बल बैठ गए थे। ऐसा कर उन्होंने नस्लवाद के प्रति अपना विरोध जाहिर किया था।
एनएफएल के कमिश्नर रोजर गुडेल भी स्वीकार कर चुके हैं कि खिलाड़ियों के शांतिपूर्वक विरोध को नहीं सुनना एक गलती थी। अब वे हर मैच से पहले होने वाले राष्ट्रगान के दौरान घुटनों के बल बैठ सकते हैं। यह प्रतिबंध हटाने के बाद ही ट्रंप की ओर से ऐसी प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा है कि यदि खिलाड़ी राष्ट्रगान के लिए खड़े नहीं होते हैं तो वे एनएफएल को नहीं देखेंगे।
I won’t be watching much anymore! https://t.co/s8nCg9EJSW
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) June 13, 2020
And it looks like the NFL is heading in that direction also, but not with me watching! https://t.co/aGfBaK7RNA
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) June 13, 2020
रिपब्लिकन कांग्रेस के एक सदस्य मैट गेट्ज ने अपनी एक रिपोर्ट में यूएस सॉकर के कदम की आलोचना की थी। उसी के जवाब में ट्रंप ने ट्वीट किया, ‘मैं अब और नहीं देख रहा हूं। ऐसा लगता है कि एनएफएल भी उस दिशा में बढ़ रहा है, लेकिन मैं उसे भी नहीं देख रहा।’
उधर, रंगभेद के खिलाफ लड़ाई में इंग्लिश प्रीमियर लीग के खिलाड़ी भी शामिल हो गए हैं। बुधवार से शुरू हुई लीग में फुटबॉलर अपने नाम की जगह ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ लिखी जर्सी पहनकर खेलने उतरे। लीग के शुरुआती 12 मैचों में खिलाड़ी ऐसी ही जर्सी पहनेंगे। खिलाड़ियों की ओर से जारी बयान के मुताबिक, यह प्रतीक (#blacklivesmatter #playerstogether) सभी खिलाड़ियों, सभी कर्मचारियों, सभी क्लबों, सभी मैच अधिकारियों और प्रीमियर लीग में एकता दिखाता है।
अमेरिका के मिनिपोलिस शहर की पुलिस ने 25 मई को अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड को धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया था। पुलिस अफसरों ने उन्हें हथकड़ी पहनाई। इसके बाद जमीन पर उल्टा लिटाकर उनकी गर्दन को घुटने से करीब 9 मिनट तक दबाए रखा था। इससे जॉर्ज की सांसें रुक गईं और मौत हो गई। इसके बाद 40 से भी अधिक शहरों में हिंसक प्रदर्शन हुए थे।

