मनीष कुमार जोशी
साल की अंतिम ग्रैंड स्लैम टेनिस जगत में महत्त्वपूर्ण होती है। हार्ड कोर्ट पर खेली जाने वाली इस प्रतियोगिता को जीतकर सभी टेनिस खिलाडी साल का जोरदार अंत करना चाहते है। इस प्रतियोगिता के जरिये वे अपने रैकिंग अंकों में भी जबरदस्त सुधार कर सकते हैं। इस साल की अमेरिकी ओपन प्रतियोगिता युवाओं के नाम रही। महिला व पुरुषों दोनो वर्गों के एकल खिताब युवाओं के नाम रहे।
ऐसे युवा जिनके लिए यह करिअर की शुरुआत भर है। युवाओं ने जहां अपना जलवा दिखाया वहीं उम्रदराज हो चले खिलाड़ी या वरिष्ठ खिलाड़ियों के लिए साल का अंतिम ग्रैंड स्लेम त्रासदी साबित हुआ। वरिष्ठ खिलाड़ियों के लिए शुरुआत भी अच्छी नहीं रही। जोकोविच टीका नहीं लगवाने के कारण प्रतियोगिता में भाग नहीं ले सके। उन्हें प्रबल दावेदार माना जा रहा था। साल का अंतिम ग्रैंड स्लैम में नहीं खेलने का बहुत नुकसान झेलना पड़ेगा।
बड़े-बड़े दिग्गज शुरुआती दौर में ही बाहर हो गए। गत चैम्पियन मेदवेदव प्री क्वार्टर फाइनल में ही हार गए। राफेल नडाल चौथे दौर में बाहर हो गए। इसी तरह एंडी मरे भी खिताब के आस पास नहीं पहुंत पाए। कारण एक ही था कि युवा शक्ति का जादू जोर शोर से बोल रहा था। युवा जोश के आगे दिग्गज शुरुआत में ही हांफने लग गए। 19 वर्षीय कार्लोस अल्कारेज ने दिग्गजों को धूल चटा दी और आसानी के साथ फाइनल तक पहुंच गए।
अल्कारेज की उम्र जूनियर खेलने की है परन्तु उसने मुख्य ड्रा में आकर सफलता की नई कहानियां लिख दीं और इसके बाद चैम्पियन बन कर छा गए। अल्कारेज ने फाइनल में शुरुआत जोरदार की और ऐसा लगने लगा कि वे आसानी से चैम्पियन बन जाएंगे। परन्तु रूड ने वापसी की और आगे सेटों में अल्कारेज के लिए मुश्किलें खडी कर दीं । अल्कारेज आज चैम्पियन बनने के बारे में सोच कर आए थे। उन्होंने फिर भी रूड को जीतने नहीं दिया। अब वे आने वाले दिनो में शीर्ष खिलाड़ियों के लिए कड़ी चुनौती पेश करने वाले हैं।
महिला वर्ग की कहानी पुरूष वर्ग की तरह ही रही या यों कहे कि महिला वर्ग में पुरुषों से ज्यादा उलटफेर हुए। सिमोना हालेप पहले ही चक्र में बाहर हो गर्इं। एक बार फिर वापसी कर रहीं वीनस विलियम्स और नुआमी ओसाका भी पहले ही चक्र में ढेर हो गर्इं। गत चैम्पियन रादुकोने तो पहले दौर में सीधे सैटो में 6-3, 6-3 से हार कर बाहर हो गर्इं। पहले ही चक्र में इतने चैम्पियन खिलाडी पहली बार बाहर हुए हैं।
सभी खिलाड़ी उभरते खिलाड़ियों के हाथों मात खाई। युवाओं के खेल की तीव्रता इस बार सिर चढ़कर बोल रही थी। सेरेना विलियम्स , गेब्रिनी मुगरेजा, युआन यू, और पैट्रा शुरुआती दौर में ही बाहर हो गर्इं। दिग्गजों को धूल चटाते हुए पोलिश खिलाड़ी स्विटेक और पहली अफ्रीकी व अरबी खिलाड़ी जेबोर फाइनल मे पहंंच गर्इं। स्विटेक इससे पहले दो फ्रेंच ओपन 2022 और 2020 जीत चुकी हैं। उनका जीतने का एटीपी रेकार्ड 50-7 का रहा है जिसका मतलब है वे इस साल मात्र 7 मैच ही हारी हैं। इसमें 37 मैच लगातार वे जीत चुकी हैं। इस कारण पहले से ही उन्हें जीत का दावेदार माना जाने लगा।
फाइनल स्विटेक और जेबोर के बीच होने से स्विटेक का पलड़ा भारी दिखाई दे रहा था। जेबोर का रेकार्ड कोई ज्यादा अच्छा नहीं रहा है। वे इससे पहले यूएस ओपन में तीन बार भाग ले चुकी हैं और तीनों ही बार तीसरे चक्र में बाहर हो गर्इं। इस साल विम्बलडन फाइनल खेलना उनके लिए सबसे अच्छा एटीपी प्रदर्शन है। वे हार्ड कोर्ट की अभ्यस्त खिलाड़ी नहीं है।
फिर भी इस साल यूएस ओपन में पूरा दम लगा दिया। फाइनल तक पहुंचने में जेबोर को एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ा है। सेमी फाइनल वे 7-5, 7-6 सेटों से जीती हैं। इससे पहले क्वार्टर फाइनल और प्री क्वार्टर फाइनल भी उनके लिए मुश्किल रहे। उनके रेकार्ड को देखते हुए पहले ही स्विटेक का पलडा भारी माना जा रहा था।
फाइनल स्विटेक के नाम लगभग एकतरफा रहा। उन्होंने 2022 का यूएस ओपन अपने नाम कर लिया और दुनिया की नंबर एक खिलाडी हो गर्इं। इस मैच से साफ था कि हार्ड कोर्ट पर जेबोर से और मेहनत की जरूरत है। लंबी रैलीज में वे मात खा जाती हैं। उसे यदि लंबे समय तक एटीपी प्रतियोगिताओ के रहना है तो उन्हें अपने खेल में थोड़ा और सुधार करना होगा। वहीं स्विटेक के खेल से लगता है कि वे लंबे समय तक नंबर एक पर राज करेंगी हालांकि इस समय नंबर एक पर प्रतियोगिता ज्यादा है।