भारतीय टीम के कलाई के जादूगर कुलदीप यादव ने हाल के समय में अपने खेल को एक नए स्तर तक पहुंचा दिया है। एक समय था जब कुलदीप अपनी उड़ती हुई गेंदों और फ्लाइट पर ज्यादा निर्भर रहते थे। वह बल्लेबाजों को हवा में लुभाकर आउट करते थे, लेकिन धीरे-धीरे बल्लेबाजों ने उनके अंदाज को पढ़ना शुरू कर दिया। वह कुछ हद तक प्रेडिक्टेबल (लोग उनकी गेंदों को आसानी से समझने लगे) हो गए। यही वह दौर था जब कुलदीप ने खुद में बदलाव करने का फैसला लिया और इस तरह ‘कुलदीप यादव 2.0’ का जन्म हुआ।

कैसे हुआ बदलाव?

कुलदीप ने अपनी गेंदबाजी में गति (पेस) जोड़ी। अब वह पहले की तुलना में गेंद को थोड़ा तेज फेंकते हैं और बल्लेबाजों को कम समय देते हैं। इस बदलाव के पीछे सिर्फ मेहनत ही नहीं, बल्कि स्मार्ट वर्क भी शामिल था। टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी और कमेंटेटर दिनेश कार्तिक ने क्रिकबज पर खुलासा किया कि कुलदीप यादव के इस परिवर्तन में अभिषेक नायर (भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सहायक कोच) की बड़ी भूमिका रही।

दिनेश कार्तिक ने कहा, ‘मैं अभिषेक नायर से बात कर रहा था, जो तत्कालीन भारतीय क्रिकेट टीम के सहायक कोच थे। अभिषेक नायर ने कुलदीप को बीच (समुद्र तट) पर खूब अभ्यास कराया। रेत में दौड़कर रन-अप से स्पीड निकालने और फॉलो-थ्रू पर काम करने से उनकी गेंदबाजी में पेस और दम आया।’

दिनेश कार्तिक का विश्लेषण

बांग्लादेश के खिलाफ कुलदीप यादव की 3/18 के स्पेल पर बात करते हुए कार्तिक ने कहा, ‘आज के दौर में सिर्फ गेंद को हवा में टॉस-अप करना काफी नहीं है। महत्वपूर्ण यह है कि आप इसे कैसे मिलाते हैं। वे दिन गए जब आप गेंद को ऊपर उछालते थे, जैसा कि आपने आखिरी विकेट (तंजीम हसन साकिब) को देखा। उन्होंने तंजीम हसन साकिब को लुभाकर आउट किया। वहीं, सैफ हसन के खिलाफ उन्होंने फ्लैट और तेज गेंदबाजी की ताकि रन न मिल सकें। यानी अब वह बल्लेबाज की स्थिति के हिसाब से अपनी गेंदबाजी में विविधता लाते हैं। कुलदीप यादव अब स्मार्टली गेंदबाजी करते हैं। उसने अपनी समझ में सुधार किया है।’

कुलदीप ने एशिया कप में 5 मैच में लिए 12 विकेट

कुलदीप यादव ने मौजूदा एशिया कप में सिर्फ पांच मैचों में 8.08 के औसत से 12 विकेट लिए हैं। टूर्नामेंट के दौरान कई ऐसे मौके आए जब उन्हें रन देने पड़े, जैसे कि सुपर 4 राउंड में पाकिस्तान के खिलाफ मैच में जहां पहले दो ओवरों में पाकिस्तानी बल्लेबाज उनके खिलाफ आक्रामक थे, लेकिन दूसरे दो ओवरों में तेज और सपाट गेंदबाजी के अपने नए कौशल के साथ उन्होंने स्थिति को संभाला और अपने आंकड़े में सुधार किया। कुलदीप ने पाकिस्तान के खिलाफ शुरुआती दो ओवरों में 18 रन देकर कोई विकेट नहीं लिया और कुल चार ओवरों में 31 रन देकर एक विकेट हासिल किया।

कुलदीप यादव 2.0 की खासियत

  • तेज और फ्लैट गेंदबाजी
  • बल्लेबाज के हिसाब से गेंदबाजी में विविधता
  • आत्मविश्वास और मानसिक मजबूती
  • बीच ट्रेनिंग से बेहतर रन-अप और फॉलो-थ्रू