क्रिकेट प्रशंसक जल्द ही ड्रोन से मैच की कवरेज होते देखे सकते हैं। विमानन नियामक डीजीसीए और नागर विमानन मंत्रालय ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को 2021 में मैचों को कवर करने के लिए एरियल मशीनों (ड्रोन) के इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है।
आठ फरवरी को मंत्रालय की ओर सी जारी बयान में कहा गया है, ‘नागरिक विमानन मंत्रालय को मंजूरी प्रदान करने और सीधे प्रसारण के संबंध में रिमोटली पायलटेड एयरक्राफ्ट सिस्टम (आरपीएएस) के इस्तेमाल के लिए बीसीसीआई से अनुरोध मिला था।’ नागर विमानन मंत्रालय के संयुक्त सचिव अंबर दुबे ने बताया, ‘हमारे देश में ‘ड्रोन इकोसिस्टम’ का तेजी से विस्तार हो रहा है। कृषि, खनन, स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन से लेकर खेल और मनोरंजन क्षेत्र में इसका इस्तेमाल बढ़ रहा है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘देश में ड्रोन के वाणिज्यिक इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार के उद्देश्यों के तहत यह अनुमति प्रदान की गई है।’ बयान में कहा गया कि बीसीसीआई और क्विडिक को 31 दिसंबर 2021 तक भारत में क्रिकेट मैचों के फिल्मांकन के लिए विमानन नियम, 1937 के विभिन्न प्रावधानों से सशर्त छूट दी गई है। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीआई) और नागरिक विमानन मंत्रालय ने सशर्त अनुमति प्रदान करने के लिए चार फरवरी को अलग-अलग आदेश जारी किया।
हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि इसका इस्तेमाल भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही मौजूदा सीरीज के क्रिकेट मैचों में ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा या नहीं। बता दें कि एक केबल द्वारा लटकाए गए हवाई कैमरे अब क्रिकेट मैचों में आम हो गए हैं। इन्हें स्पाइडरकैम, स्काईकम कई नामों से जाना जाता है।
साल 2017 चैंपियंस ट्रॉफी में भी ड्रोन का इस्तेमाल किया जा चुका है। हालांकि, तब यह मैच शुरू होने से पहले पिच का विश्लेषण करने तक सीमित था। अब डीजीसीए और नागर विमानन मंत्रालय की ताजा मंजूरी मिलने के बाद ड्रोन का इस्तेमाल मैच कवर करने के लिए भी किया जा सकता है।