दिल्ली कैपिटल्स ने अब तक एक बार फिर आईपीएल खिताब नहीं जीता है। हालांकि श्रेयस अय्यर की कप्तानी में यह टीम फाइनल में पहुंची थी, लेकिन तब टीम को उप-विजेता बनकर संतोष करना पड़ा था। वहीं पिछले सीजन में यानी 2023 में दिल्ली की टीम के साथ टीम के नियमित कप्तान ऋषभ पंत नहीं थे जिसका असर टीम पर पड़ा था, लेकिन अब पंत की वापसी हो चुकी है और उन्होंने दिल्ली कैंप ज्वाइन भी कर लिया है।

पंत के आने का असर टीम पर साफ तौर पर पड़ेगा क्योंकि अब टीम के पास एक बेहद शानदार बल्लेबाज मौजूद है। दिल्ली की टीम की कोशिश होगी कि वह इस सीजन में पिछले 16 संस्करण से चले आ रहे सूखे को खत्म करे तो आईपीएल विजेता बने, लेकिन टीम की अपनी कुछ कमजोरी भी है जिससे उन्हें जूझना पड़ सकता है तो वहीं टीम की अपनी कुछ ताकत भी है। आइए आपको बताते हैं कि दिल्ली कैपिटल्स की कमजोरी और ताकत क्या है।

दिल्ली कैपिटल्स की क्या है ताकत

ऋषभ पंत का दिल्ली की टीम के साथ एक साल के बाद जुड़ना इस टीम की सबसे बड़ी ताकत है और इस बात को टीम के कोच रिकी पोंटिग और क्रिकेट डायरेक्टर सौरव गांगुली भी मानते हैं। उनके आने से टीम की बल्लेबाजी लाइनअप मजबूत होगी और टीम के खिलाड़ियों का भी मनोबल बढ़ेगा। इंपैक्ट प्लेयर रूल होने की वजह से ऋषभ पंत सिर्फ बल्लेबाजी भी कर सकते हैं और इस स्थिति में टीम की कमान डेविड वॉर्नर या फिर मिचेल मार्श भी संभाल सकते हैं। मिचेल मार्श ऑस्ट्रेलिया टी20आई टीम के कप्तान हैं और वह बतौर कप्तान एक शानदार विकल्प भी हैं।

दिल्ली की टीम की ताकत उसकी स्पिन गेंदबाजी भी है जिसमें अक्षर पटेल और कुलदीप यादव जैसे बॉलर मौजूद हैं। यह दोनों विकेट टेकर गेंदबाज हैं और कुलदीप यादव इन दिनों बेहतरीन गेंदबाजी भी कर रहे हैं और हमने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भी यह देखा है। कुलदीप यादव का फॉर्म दिल्ली के लिए आईपीएल 2024 में मैच बदलने वाला हो सकता है। इसके अलावा इस टीम के पास डेविड वॉर्नर, पृथ्वी शॉ, मिचेल मार्श जैसे बल्लेबाज हैं जो मैच को बदल सकते हैं।

दिल्ली कैपिटल्स की कमजोरी

दिल्ली की टीम की सबसे बड़ी कमजोरी उनकी तेज गेंदबाजी है साथ ही इस टीम में ऑलराउंडर्स की कमी साफ तौर पर दिखती है। दिल्ली के लिए पृथ्वी शॉ का फॉर्म भी बड़ी चिंता हो सकती है जिनका इस रणजी सीजन में प्रदर्शन ज्यादा अच्छा नहीं रहा था साथ ही पिछले सीजन में वह क्लिक नहीं कर पाए थे। दिल्ली के पास इस वक्त कोई स्टैबलिस्ड विकेटकीपर भी नहीं है। हालांकि पंत टीम में आ गए हैं, लेकिन वह विकेटकीपिंग के साथ-साथ बल्लेबाजी भी करें इसकी कोई गारंटी नहीं है। दिल्ली के पास पंत का कोई बैकअप भी नहीं है साथ ही इस टीम के पास कोई बड़ा फिनिशर भी नहीं है।