दीप्ति शर्मा की धारदार गेंदबाजी और हरमनप्रीत कौर की दमदार बल्लेबाजी के चलते भारतीय महिला टीम ने साउथ अफ्रीका को 5 मैचों की टी-20 सीरीज के पहले मुकाबले में 11 रनों की शिकस्त दी है। इस मुकाबले में दीप्ति शर्मा ने एक स्पेशल रिकॉर्ड अपने नाम किया है। उन्होंने अपने 4 ओवर के स्पेल में लगातार तीन ओवर मेडन डाले और 8 रन देकर 3 विकेट चटकाए। दिप्ति टी-20 में ऐसा करने वाली पहली भारतीय गेंदबाज बन गई हैं। दीप्ति की इस गेंदबाजी की क्रिकेट जगत में खूब प्रशंसा हो रही है लेकिन उनके इस खेल में आने की कहानी भी किसी फिल्मी स्टोरी से कम नहीं है।
दीप्ति का पूरा नाम दीप्ति भगवान शर्मा है, उनका जन्म उत्तर प्रदेश के आगरा में हुआ था। दीप्ति बाएं हाथ से बल्लेबाजी और दाएं हाथ से गेंदबाजी करती हैं। जब वो 9 साल की थी तभी से क्रिकेट में उनकी दिलचस्पी थी। उनके बड़े भाई सुमित शर्मा उत्तर प्रदेश के पूर्व तेज गेंदबाज हैं। बचपन में दीप्ति रोज पिता से आग्रह करती थी कि उन्हें भाई के साथ मैदान में जाने दें। बस यहीं एक वाकये ने दीप्ति की जिंदगी पूरी तरह से बदल दी।
एक थ्रो ने बदली जिंदगीः एक दिन वो अपने भाई के साथ क्रिकेट देखने पहुंची थी। इस दौरान गेंद दीप्ति के पास आकर रुकी। दीप्ति से गेंद फेंकने के लिए कहा गया तो करीब 50 मीटर की दूरी से उन्होंने सीधी स्टंप पर गेंद मार दी। तब भारतीय महिला टीम की चयनकर्ता हेमलता काले ने उन्हें देखा और दीप्ति की जिंदगी बदल गई।
पहले दीप्ति ने बतौर तेज गेंदबाज अपना सफर शुरू किया था लेकिन बाद में उन्होंने ऑफ स्पिनर के तौर पर खुद को निखारा। दीप्ति ने अपने करियर की शुरुआत 28 नवंबर 2014 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ही किया था। अपने पहले ही मैच में दीप्ति ने दो विकेट झटके थे। इस जीत के साथ ही भारतीय महिला टीम ने अपनी लगातार सात हार का सिलसिला भी तोड़ा है। दीप्ति शर्मा को बेस्ट प्लेयर भी इस मुकाबले में चुना गया।