अब क्रिकेट के मैदान पर नहीं दिखेंगे बल्ले के जादूगर कहे जाने वाले दक्षिण अफ्रीका के खिलाड़ी अब्राहम बेंजामिन डीविलियर्स। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का एक ऐसा खिलाड़ी, जिसने क्रिकेट की तीनों शैलियों में अपने देश की कप्तानी की हो। एकदिवसीय क्रिकेट में सबसे तेज अर्द्धशतक, शतक और डेढ़ सौ रन बनाने का रिकार्ड जिसके नाम पर हो। जिसका बल्ला मैदान के चारों तरफ रन बटोरता हो, जो 15 वर्ष के अपने करियर में तीन बार आइसीसी द्वारा एकदिवसीय क्रिकेट का वर्ष का बेहतरीन खिलाड़ी घोषित किया गया हो। विजडन द्वारा पिछले दशक के पांच बेहतरीन क्रिकेटर्स में चुना गया।

अपने साथी खिलाड़ियों और प्रशंसकों में बेहद लोकप्रिय एबी डीविलियर्स ने वर्ष 2018 में ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था, लेकिन वह दुनियाभर में टी20 टूर्नामेंट में विभिन्न टीमों के साथ खेल रहे थे। भारत में वह इंडियन प्रीमियर लीग में रायल चैलेंजर बेंगलुरू की टीम में पिछले 10 बरस से खेल रहे थे और अक्तूबर में इसी टीम की तरफ से उन्होंने अपना अंतिम मैच खेला।

एबी डीविलियर्स का बल्ला 37 बरस की उम्र में जब मैदान के चारों कोनों से रन बटोर रहा था और वह क्रिकेट के किताबी शाट्स से आगे जाकर अलग तरह के शाट्स खेलने के लिए खूब वाह वाही बटोर रहे थे, तब उन्होंने अचानक क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला किया। 17 फरवरी 1984 को दक्षिण अफ्रीका के वामबार्ड (जिसे अब बेला-बेला के नाम से जाना जाता है) में अब्राहम बी डीविलियर्स और मिली डीविलियर्स के यहां तीसरे बेटे का जन्म हुआ तो उसे नाम दिया गया अब्राहम बेंजामिन डीविलियर्स। प्रिटोरिया के एक स्कूल से उन्होंने पढ़ाई की, जहां फ्लाफ डू प्लेसिस से उनकी दोस्ती हुई जो आज तक बनी हुई है। दोनों ने एक साथ देश की क्रिकेट टीम का भी प्रतिनिधित्व किया।

विकेट के पीछे तरह-तरह के शाट मारने वाले और यार्कर जैसी मुश्किल गेंद को बड़ी चतुराई से खेलने की महारत रखने वाले डीविलियर्स ने अपने खेल से तो अक्सर सुर्खियां बटोरीं। वह जितनी कुशलता से अपना बस्सा चलाते हैं उतनी ही खूबसूरती से गिटार पर उनकी उंगलियां अपना कमाल दिखाती हैं। गिटार बजाने के साथ ही वह बहुत अच्छे गायक भी हैं और 2010 में उनके दोस्त और दक्षिण अफ्रीका के मशहूर सिंगर एंपी डू प्रीज के साथ उनका पाप अलबम जारी हुआ था। सितंबर 2016 में उनकी आत्मकथा का विमोचन हुआ।

रिटायरमेंट के मौके पर अपने साथी खिलाड़ियों और तमाम सहायक स्टाफ का शुक्रिया अदा करने के साथ ही एबी ने अपने परिवार और दोस्तों को अपनी तमाम उपलब्धियों में भागीदार माना। उनका कहना था, ‘घर के बैकयार्ड में अपने बड़े भाइयों के साथ मैच खेलने के बाद से मैं लगातार इस खेल को पूरे मजे और उत्साह के साथ खेल रहा था, लेकिन अब 37 बरस की उम्र में क्रिकेट के प्रति उतनी दीवानगी नहीं रही।’

डीविलियर्स के इस तरह क्रिकेट को अलविदा कहने के फैसले पर उनके साथी क्रिकेट खिलाड़ियों के अलावा अन्य तमाम टीमों के खिलाड़ियों ने उन्हें अपने समय का बेहतरीन बल्लेबाज बताया और उनके खेल तथा खेल के जज्बे की सराहना करने के साथ ही उनके आने वाले जीवन के लिए शुभकामनाएं दीं।