पूर्व भारतीय क्रिकेटर कीर्ति आजाद इस सप्ताह के अंत में मौजूदा अध्यक्ष रोहन जेटली के खिलाफ दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन (DDCA) के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। कभी भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कीर्ति आजाद ने मौजूदा डीडीसीए के पदाधिकारियों पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि पिछले वित्तीय वर्ष में बीसीसीआई से प्राप्त लगभग 140 करोड़ रुपये का केवल एक अंश ही खर्च किया गया।
समाचार एजेंसी पीटीआई के संपर्क करने के प्रयास के बावजूद भाजपा नेता दिवंगत अरुण जेटली के बेटे रोहन जेटली सहित मौजूदा डीडीसीए पदाधिकारियों ने कीर्ति आजाद के आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। डीडीसीए बैलेंस शीट के अनुसार राज्य इकाई को पिछले वित्तीय वर्ष में बीसीसीआई से 70 करोड़ रुपये की सबवेंशन आय (अनुदान या सब्सिडी के रूप में प्राप्त धन) प्राप्त हुई। इसने आईपीएल आय, बीसीसीआई से मैच फीस और अंतरराष्ट्रीय मैचों की टिकट बिक्री सहित अन्य स्रोतों से लगभग 67 करोड़ रुपये कमाए।
क्रिकेट पर सिर्फ 7 करोड़ रुपये खर्च किए गए
फिलहाल तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसद कीर्ति आजाद ने मंगलवार (10 दिसंबर) को एक कार्यक्रम के दौरान कहा, “डीडीसीए को हर साल बीसीसीआई से 140 करोड़ रुपये, हर महीने करीब 12 करोड़ रुपये और हर दिन 40 लाख रुपये मिलते हैं। एसोसिएशन को मिलने वाले अनुदान का कुप्रबंधन किया गया है। खातों की उचित ऑडिटिंग नहीं की गई है। क्रिकेट पर सिर्फ 7 करोड़ रुपये खर्च किए गए। बाकी पैसा कहां जा रहा है?”
13 से 15 दिसंबर तक चुनाव
डीडीसीए के चुनाव 13 से 15 दिसंबर तक होंगे और परिणाम 16 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे। 1983 विश्व कप विजेता भारतीय टीम के सदस्य और बर्धमान-दुर्गापुर निर्वाचन क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस के सांसद आजाद ने चुनावों से पहले बहस के लिए जेटली को आमंत्रित किया था, लेकिन डीडीसीए के मौजूदा अध्यक्ष मंगलवार को कार्यक्रम स्थल पर नहीं आए। जेटली के नेतृत्व वाली मौजूदा टीम के सत्ता में बने रहने की संभावना है, लेकिन आजाद को हवा बदलने की उम्मीद है। चुनाव में कुल 3,748 सदस्यों के मतदान करने की उम्मीद है।
रोहन मेरे बेटे जैसे
कीर्ति आजाद ने कहा, “बदलाव हमेशा होता रहता है। अगर बदलाव नहीं है तो जीवन में कुछ भी नहीं है। मुझे पूरा भरोसा है। एक अंतर्धारा है। लोग बदलाव चाहते हैं और वह बदलाव आने वाला है। रोहन मेरे बेटे जैसे हैं। मैं चाहता था कि वह आएं और डीडीसीए को परेशान करने वाले विभिन्न मुद्दों पर एक स्वस्थ बहस करें। डीडीसीए के सदस्यों को लंबे समय से उनके उचित दर्जे से वंचित रखा गया है। दिल्ली के अन्य सभी क्लबों में उचित सुविधाएं हैं, लेकिन डीडीसीए के पास नहीं हैं और यही कारण है कि सदस्य वहां नहीं जाना चाहते हैं।”
नरेंद्र मोदी स्टेडियम में 7.5 करोड़ तो दिल्ली में फ्लडलाइट लगाने पर 17.5 करोड़ रुपये खर्च किए
कीर्ति आजाद ने यह भी आरोप लगाया कि डीडीसीए ने फ्लडलाइट लगाने पर 17.5 करोड़ रुपये खर्च किए, जबकि अहमदाबाद में नरेंद्र मोदी स्टेडियम में यही काम 7.5 करोड़ रुपये में हुआ। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि डीडीसीए 19 करोड़ रुपये में आठ लिफ्ट लगा रहा है। उन्होंने कहा कि यहां कोई स्विमिंग पूल, बैडमिंटन कोर्ट बार या लाउंज नहीं है। सदस्य इससे बेहतर के हकदार हैं।
नौ अकादमियां खोलने का वादा
क्रिकेट के मामलों पर कीर्ति आजाद ने रणजी ट्रॉफी सत्र के लिए 84 संभावित खिलाड़ियों को चुनने के तर्क पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा,”84 शॉर्टलिस्ट किए गए खिलाड़ियों में से 34 ने खेला। 30 सदस्यों वाली टीम अंडर-19 इवेंट के लिए गई थी। क्या आपने यह कहीं सुना है? टीम में आमतौर पर 15 खिलाड़ी होते हैं।” अगर सत्ता में आए तो आजाद ने शहर में नौ अकादमियां खोलने का वादा किया ताकि अधिक से अधिक प्रतिभाएं सामने आ सकें।
