कप्तान डेरेन सैमी के बाद वेस्टइंडीज के स्टार ऑलराउंडर ड्वेन ब्रावो ने वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड (डब्ल्यूआईसीबी) की कड़ी आलोचना करते हुए उसे दुनिया का सबसे ‘गैरपेशेवर बोर्ड’ करार दिया है और संदेह जताया कि निकट भविष्य में वेतन विवाद को लेकर खिलाड़ियों और डब्ल्यूआईसीबी के बीच कोई समाधान निकल पाएगा। अतीत में कई मौकों पर डब्ल्यूआईसीबी से उलझने वाले ब्रावो ने भारत में विश्व टी20 में वेस्टइंडीज की खिताबी जीत के बाद यह बयान दिया। त्रिनिदाद एवं टोबैगो के टेलीविजन नेटवर्क सीएनसी3 ने स्काइप इंटरव्यू में ब्रावो के हवाले से कहा, ‘‘कई बार लोग खिलाड़ियों की आलोचना करते हैं। वे हमारी प्रतिबद्धता पर सवाल उठाते हैं, वे पूछते हैं कि क्या हम सचमुच में वेस्टइंडीज क्रिकेट के प्रति प्रतिबद्ध हैं या सिर्फ पैसे का मामला है। काफी लोगों को वे चीजें समझ में नहीं आती जिनका सामना बोर्ड के साथ काम करने के दौरान हमें करना पड़ता है। मेरी नजर में यह दुनिया का सबसे गैरपेशेवर बोर्ड है।’’

कप्तान डेरेन सैमी की टिप्पणी को ‘अनुचित’ करार देने के डब्ल्यूआईसीबी अध्यक्ष डेव कैमरन के ट्वीट पर ब्रावो ने कहा, ‘‘मैं अध्यक्ष के ट्वीट से हैरान नहीं हूं, ईमानदारी से कहूं, क्योंकि उनसे इसकी उम्मीद थी। वह काफी अपरिपक्व है। दो साल पहले जब भारतीय दौरे पर हमें समस्या का सामना करना पड़ा तो (कीरोन) पोलार्ड और मुझे इसके लिए निशाना बनाया गया। यही उनका स्थितियों से निपटने का तरीका है। वह छोटी सोच वाले लोग हैं विशेषकर अध्यक्ष।’’

विश्व टी20 के बाद कप्तान सैमी के हताशा भरे बयानों पर ब्रावो ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से कहा, ‘‘सैमी ने अपने दिल से बात कही। सैमी की बातों में कुछ भी गलत नहीं था और मैं सैमी का शत प्रतिशत समर्थन करता हूं।’’ ब्रावो खिलाड़ियों और डब्ल्यूआईसीबी के बीच वेतन विवाद के निकट भविष्य में हल को लेकर भी अधिक आशावादी नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यह मुश्किल समय है और मैं देख सकता हूं कि चीजें बदतर होंगी क्योंकि बोर्ड नफरत और नाराजगी निकालने वाला है और वे वयस्क और परिपक्व लोगों जैसे समझदारी से नहीं सोचते। वे हमेशा खिलाड़ियों को निशाना बनाने का प्रयास करने या उनके खिलाफ कार्रवाई करने का प्रयास करते हैं।’’