भारत और इंग्लैंड के बीच दोनों टीमों के खेल का स्तर जितना शानदार रहा, अंपायरिंग का स्तर उतना ही खराब। तीन टी20 मैचों की इस सीरीज में अंपायरों की तरफ से कई गलत फैसले दिए गए। नागपुर टी20 मैच में अंपायरिंग का स्तर इतना खराब रहा कि इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन ने बकायदा बयान दे डाला और दूसरे मैच में टीम की हार का ठीकरा अंपायरों के सिर मढ़ दिया। नागपुर में खेले गए दूसरे टभ्20 मैच में दो-तीन फैसले गलत रहे, इसमें जसप्रीत बुमराह के आखिरी ओवर में जो रूट के खिलाफ एलबीडब्‍ल्‍यू का फैसला भी शामिल था। रिप्‍ले में साफ दिखा कि गेंद पहले रूट के बल्‍ले से टकराई थी फिर पैड से। लेकिन, अंपायर ने उन्हें आउट दे दिया था।

यह निर्णय भारत के लिए मददगार साबित हुआ और टीम इंडिया ने दूसरा मैच 5 रन से जीतकर सीरीज 1-1 से बराबर कर ली थी। नागपुर टी20 के बाद इंग्‍लैंड के कप्‍तान मोर्गन ने इस फैसले को लेकर नाराजगी जताते हुए कहा था वे यह मामला मैच रैफरी के समक्ष उठाएंगे। “इंग्‍लैंड के कप्‍तान ने कहा था ‘हम उस फैसले से काफी नाराज हैं। इससे 20वें ओवर में मैच का पासा पलट गया। ऐसे बल्‍लेबाज का विकेट गंवाना जो 40 गेंद खेल चुका है, टीम के लिये घातक साबित हुआ क्योंकि उस समय विकेट काफी धीमा हो चुका था।’ उन्होंने कहा,‘कई फैसले हमारे पक्ष में नहीं गए। हम वह मैच जीत सकते थे लेकिन नहीं जीत सके जिससे टीम में काफी निराशा है।’ हालांकि, बेंगलुरू के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए तीसरे टी 20 मैच में भी अंपायर का एक खराब फैसला आया और इस बार टीम इंडिया को इसका नुकसान हुआ।

इस मैच में भारत ने अपना पहला विकेट बहुत जल्द गवां दिया और कप्तान विराट कोहली मात्र 2 रन बनाकर रन आउट हो गए। सुरेश रैना और केएल राहुल दूसरे विकेट के लिए अच्छी साझेदारी कर चुके थे और दोनों अब इंग्लिश गेंदबाजों की खबर ले रहे थे। भारतीय पारी का आठवां ओवर बेन स्टोक्स करने आए। उन्होंने इस ओवर में अपनी टीम को दूसरी सफलता दिलाते हुए केएल राहुल को 22 रन के व्यक्तिगत स्कोर पर क्लीन बोल्ड की दिया। लेकिन, बेन स्टोक्स की यह गेंद नो बॉल थी और अंपायर इस बात को नोटिस नहीं कर सके, ना ही हर मैच की तरह इस बार रिप्ले देखा। बाद में पता चला की बेन स्टोक्स ओवर स्टेप कर गए थे और इस तरह केएल राहुल अंपायर की चूक के कारण आउट हुए।