भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली ने कहा है वह आगे बढ़ने के लिए अब भी अपने खेल पर काम कर रहे हैं। आॅस्ट्रेलिया के साथ जारी वनडे ऋंखला में कोहली ने सचिन तेंदुलकर जैसे दिग्गजों को पीछे छोड़कर वनडे क्रिकेट में सबसे तेज 7000 रन और 24 शतक जड़ने का रेकार्ड बनाया है। कोहली ने मंगलवार को अपने प्रशंसकों के साथ फेसबुक वीडियो चैट में कहा, ‘मैं क्रिकेटर के रूप में आगे बढ़ने के लिए अब भी काम कर रहा हूं। विरोधी हमेशा आपको आउट करने और आपको कमजोर करने की कोशिश करते हैं। आपको उनसे आगे रहना चाहिए। मुझे ऐसा लगता है कि मैं हर दिन सीख रहा हूं और मैदान पर कुछ नया करने की कोशिश कर रहा हूं।’ उन्होंने कहा, ‘इस मानसिकता से आप विनम्र बने रहते हैं। हम खिलाड़ी होने के नाते जानते हैं कि सभी को उच्च स्तर पर खेलने का मौका नहीं मिलता है और मैं इसका अधिक से अधिक लाभ उठाने की कोशिश कर रहा हूं।’
क्या उन्होंने कभी सोचा था कि वह सबसे तेज 7000 रन बनाने में सफल रहेंगे। इस सवाल पर कोहली ने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो मैंने कभी नहीं सोचा था। मेरा लक्ष्य टीम के लिए जितना संभव हो सके अधिक से अधिक रन बनाना था। मैंने इस पर (रेकार्ड) ध्यान नहीं दिया लेकिन ईश्वर की कृपा रही। जब आप पीछे मुड़कर देखते हो तो आपको अहसास होता है कि यह खास है लेकिन आप वास्तव में इन रेकार्ड के लिए योजना नहीं बना सकते।’
अपनी 161वीं पारी में यह उपलब्धि हासिल करने वाले भारत के टैस्ट कप्तान ने कहा, ‘शतक बनाना इसलिए भी खास रहा क्योंकि मेरा भाई स्टेडियम में बैठकर मैच देख रहा था। वह केवल एक दिन के लिए मेरा खेल देखने के लिए आया था और मुझे खुशी है कि उसका यह दौरा अच्छा रहा।’ कोहली ऐसे बल्लेबाज हैं, जो परिस्थितियों से ज्यादा प्रभावित नहीं होते हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं हर मैच (चाहे वह भारत में हो या विदेश में) को एक तरह से लेता हूं। मैं प्रत्येक मैच में रन बनाना चाहता हूं और मैं अपनी टीम के लिए हर मैच जीतना चाहता हूं। मेरा मानना है कि यदि आप परिस्थितियों के बारे में सोचने लग जाते हो तो खुद पर अतिरिक्त दबाव बनाते हो। क्रिकेट सरल खेल हैं और मैं इसे सरल ही बनाए रखना चाहता हूं।’
भारतीय टीम आॅस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्तमान वनडे शृंखला पहले ही गंवा चुकी है। कोहली की निगाह आखिरी दो वनडे के बाद होने वाली टी20 शृंखला पर टिकी है। इसके अलावा वह युवराज सिंह के साथ खेलने को लेकर भी उत्साहित हैं, जिनकी भारतीय टीम में वापसी हुई है। युवराज से अपने संबंधों के बारे में कोहली ने कहा, ‘मैं उनके बहुत करीब हूं। वह मेरे लिए बड़े भाई जैसा है। मैं उनको बहुत चाहता हूं। वह बेहद जुनून के साथ खेलते हैं। वह बहुत अच्छे इंसान है और बहुत कम लोग यह जानते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘उनको लेकर गलतफहमी है लेकिन वह बहुत अधिक कड़ी मेहनत करने वाला है और भारत की तरफ से खेलने को बड़ा सम्मान मानता है। उन्होंने हमेशा मेरा मार्गदर्शन किया। मैं टी20 में उनके साथ खेलने को लेकर बेहद उत्साहित हूं।’ कोहली बल्ले से जो करते हैं, वह सभी जानते हैं लेकिन वह मध्यम गति से गेंदबाजी भी कर सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘जब मैं गेंदबाजी के लिए आता हूं तो सभी हंसते हैं। मैं जानता हूं कि मेरे एक्शन पर लोग हंसते हैं लेकिन मैं अपनी भूमिका निभाता हूं जो कि महत्त्वपूर्ण है।’
आॅस्ट्रेलियाई क्रिकेटर विरोधी खिलाड़ियों पर छींटाकशी करने से बाज नहीं आते हैं। लेकिन कोहली इस चुनौती का भी मजा लेते हैं और करारा जवाब देने से भी नहीं चूकते हैं जैसे कि मेलबर्न में तीसरे वनडे के दौरान उन्होंने जेम्स फाकनर का मुंह बंद कर दिया था। कोहली ने कहा, ‘मजाक चलता रहता है। हमें इसकी आदते हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ऐसा लगातार होता रहता है। खेल काफी प्रतिस्पर्धी बन गया है। लोग किसी भी तरह से आपको परेशान करना चाहते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘यदि विरोधी टीम सीमा का उल्लंघन नहीं करती तो उसे आप पर ताना कसने का हक है और आपको भी सीमा में रहते हुए जवाब देने का पूरा अधिकार है। कई अच्छी टिप्पणियां आती हैं और मैंने सही समय पर करारा जवाब दिया। मेरा इरादा नहीं था लेकिन मेरे दिमाग में जो आया मैंने वह कहा। यह वास्तव में सच्चाई से भी परे नहीं था। मजाक से मजा आता है लेकिन साथ ही आपको खेल पर भी ध्यान देना चाहिए।’
आॅस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों के साथ छींटाकशी के बारे में उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि लोग आजकल सीमा रेखा का उल्लंघन करते हैं क्योंकि कई कैमरों की आप पर निगाह होती है। खेल प्रतिस्पर्धी बन गया है। इसलिए वे आपको परेशान करना चाहते हौं विशेषकर जब वे क्षेत्ररक्षण करते हैं। मैं निजी तौर पर इस चुनौती का मजा लेता हूं। जहां तक प्रतिस्पर्धा का सवाल है तो यह क्रिकेट के लिए बुरा नहीं है।’