भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि महेन्द्र सिंह धोनी की जगह लेने में दूसरे विकेटकीपरों को समय लगेगा। अब एमएसके प्रसाद के इस बयान पर युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने जवाब दिया है। मौजूदा रणजी सीजन में फॉर्म से बाहर होने के बाद भी 20 साल के पंत का भविष्य उज्ज्वल माना जा रहा जैसा की उन्होंने कुछ समय पहले अपने प्रदर्शन में दिखाया था। दिल्ली के इस कप्तान ने कहा कि उनका काम सिर्फ रन बनाना है। विदर्भ के खिलाफ रणजी ट्राफी के फाइनल के पहले दिन के खेल के बाद उन्होंने कहा कि मुझे ऐसी बातों से परेशान होने की जरूरत नहीं। मैं इसके बारे में नहीं सोचता हूं। मेरा काम प्रदर्शन करना है, ज्यादा से ज्यादा रन बनाना है। प्रसाद ने हाल ही में कहा था कि दो बार विश्व कप का खिताब जीतने वाले धोनी वनडे क्रिकेट में देश के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर है।

उन्होंने कहा था कि भारत ही नही बल्कि विश्व क्रिकेट में भी कोई ऐसा विकेटकीपर नहीं जो धोनी के प्रदर्शन के आस-पास हो। प्रसाद के बयान से साफ हो गया कि 2019 विश्व कप तक पंत और संजू सैमसन जैसे युवा विकेटकीपरों को टीम में जगह बनाने में मुश्किल होगी। पंत इस मुद्दे पर ज्यादा बातचीत के मूड में नहीं थे और वह रणजी ट्राफी में दिल्ली के नेतृत्व के बारे में बात करना चाहते है।
इस मौके पर दिल्ली की ओर से फाइनल में शतक लगाने वाले ध्रुव शोरे ने अपनी पारी के बारे में कहा कि मेरे लिए क्रीज पर बने रहना जरूरी था। वहां समय देना जरूरी थी, इस पिच पर अगर आप समय नहीं देंगे और जल्दी शॉट खेलेंगे तो विकेट गंवा देंगे। मैंने शुरू में समय लिया जिसके बाद बल्लेबाजी आसान हो गई।