ऑस्‍ट्रेलिया के स्पिनर स्‍टीव ओकीफी की फिरकी के चलते पुणे टेस्‍ट में तीन दिन में ही भारत को हार झेलनी पड़ी। लेकिन इसके पीछे भारत के पूर्व बल्‍लेबाज श्रीधरन श्रीराम का बड़ा योगदान है। श्रीराम को स्पिन खेलने में मदद के लिए क्रिकेट ऑस्‍ट्रेलिया ने नियुक्‍त किया है। वे इस समय ऑस्‍ट्रेलियन क्रिकेट टीम के साथ हैं। पुणे टेस्‍ट के दूसरे दिन लंच के वक्‍त उन्‍होंने ओकीफी को सुधार के लिए टिप्‍स भी दिए थे। उन्‍होंने बताया कि सही लाइन पर गेंद नहीं जा रही है। इसके बाद कंगारू स्पिनर ने सुधार किया और इसका नतीजा भी मिला। ओकीफी ने छह विकेट लेकर भारत को 105 रन पर समेट दिया। श्रीराम के बारे में ऑस्‍ट्रेलियन फिरकी गेंदबाज ने बताया, ”मैंने चेन्‍नई में ‘ए’ सीरीज के दौरे के समय उनके साथ काम किया था। उन्‍हें पता है कि इन कंडीशन में कैसे बॉलिंग की जाती है। उनका काफी असर पड़ा है।”

क्रिकेट ऑस्‍ट्रेलिया ने साल 2015 में श्रीराम को स्पिन खेलने की तकनीक सिखाने के लिए नियुक्‍त किया था। इसके बाद से वे उपमहाद्वीप के दौरों पर ऑस्‍ट्रेलियन टीम के साथ रहे। हालांकि नतीजे कंगारू टीम के विपक्ष में रहे। 2016 के वर्ल्‍ड टी20 में ऑस्‍ट्रेलिया ग्रुप स्‍टेज से ही बाहर हो गया तो श्रीलंका दौरे पर उसे 3-0 से हार का सामना करना पड़ा। लेकिन क्रिकेट ऑस्‍ट्रेलिया ने भरोसा कायम रखा। जो अब काम करता दिख रहा है। पुणे टेस्‍ट में जीत के बाद स्‍टीव स्मिथ ने कहा कि श्रीराम के कारण अंतर आया। उनके कारण ओकीफी की गेंदबाजी बदल गई। वह अलग तरह की बॉलिंग डाल रहा है।

श्रीधरन श्रीराम ना केवल ऑस्‍ट्रेलियन फिरकी गेंदबाजों को सही लाइन-लैंथ पर बॉलिंग करने की टिप्‍स दे रहे हैं बल्कि वे बल्‍लेबाजों को भी स्पिन खेलने के टिप्‍स दे रहे हैं। टर्निंग ट्रेक पर रवींद्र जडेजा की गेंदों को खेलना काफी मुश्किल होता है। ऐसे में श्रीराम ने जडेजा का सामना करने की तरकीब भी कंगारू बल्‍लेबाजों को बताई। पुणे टेस्‍ट में यह टिप्‍स काफी काम भी आई थी। ऑस्‍ट्रेलिया ने दोनों पारियों में 250 से ज्‍यादा का स्‍कोर किया। वहीं भारत 105 और 107 रन ही बना पाया। ओकीफी ने पूरे मैच में 70 रन देकर 12 विकेट लिए।