ICC World Cup, 1999: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की कप्तानी में भारत ने कई रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किए। गांगुली के पास साल 2003 में भारत को वर्ल्ड चैंपियन बनाने का सुनहरा मौका था, लेकिन फाइनल में टीम को ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार का सामना करना पड़ा। वर्ल्ड कप शुरू होने में अब कुछ ही दिनों का समय रह गया है। भारतीय टीम साल 2011 की तरह इस साल भी यह खिताब अपने नाम करना चाहेगी। विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम इस कप को जीतने की प्रबल दावेदार मानी जा रही है। साल 1999 के वर्ल्ड कप के दौरान पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने सिर्फ 39 गेंदों में 83 रन जड़ सभी को हैरान कर दिया था। दरअसल, श्रीलंका के खिलाफ एक अहम मुकाबले में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत खराब रही और सदागोपन रमेश 5 रन बनाकर वास की गेंद पर बोल्ड हो गए। पारी की शुरुआत में ही विकेट गिरने के बाद सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ ने टीम को संभाला और दूसरे विकेट के लिए रिकॉर्ड 318 रनों की साझेदारी कर डाली।
वनडे क्रिकेट में दूसरे विकेट के लिए इतने रनों की साझेदारी कभी किसी बल्लेबाजों द्वारा नहीं की गई। सौरव गांगुली ने पहले धीमी गति से पारी को आगे बढ़ाया और 119 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया। 119 गेंदों पर शतक लगाने वाले गांगुली ने इसके बाद खेले गए 39 गेंदों पर ताबड़तोड़ 83 रन जोड़ डाले। इस पारी में गांगुली ने 17 चौके और 7 छक्के भी लगाए। गांगुली ने इस मैच के दौरान अपने वनडे करियर का बेस्ट 183 रन बनाया। पहले ओवर में बल्लेबाजी करने आए इस मैच में पारी के आखिरी ओवर में आउट होकर पवेलियन लौटे।
सौरव गांगुली के अलावा राहुल द्रविड़ ने भी 129 गेंदों में 145 रनों की अहम पारी खेली। इन दोनों की बदौलत 50 ओवर में भारतीय टीम 6 विकेट खोकर 373 रन बनाने में कामयाब रही। 374 रनों का पीछा करने उतरी पूरी श्रीलंकाई टीम 42.3 ओवर में 216 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। इस तरह भारत ने श्रीलंका पर 157 रनों से बड़ी जीत हासिल की।


